Muzaffarpur News, वरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुर: बाल तस्करी के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए सोमवार को मुजफ्फरपुर रेलवे स्टेशन पर मुजफ्फरपुर–यशवंतपुर एक्सप्रेस (15228) से 18 बच्चों को मानव तस्करों के चंगुल से आज़ाद कराया गया. यह संयुक्त अभियान रेलवे सुरक्षा बल (RPF), गवर्नमेंट रेलवे पुलिस (GRP) और बचपन बचाओ आंदोलन (BBA) द्वारा चलाया गया. गुप्त सूचना के आधार पर ट्रेन में छापेमारी की गई, जिसमें बच्चों को बरामद कर लिया गया और 5 मानव तस्करों को गिरफ्तार किया गया. बच्चों को बहला-फुसलाकर बैंगलुरु ले जाया जा रहा था, जहां उनसे होटल और फैक्ट्री में मजदूरी करवाई जाती थी.
सबसे अधिक बच्चा मुजफ्फरपुर का
पकड़े गए तस्करों में चार मुजफ्फरपुर और एक पूर्वी चंपारण जिले का रहने वाला है. पूछताछ में तस्करों ने बताया कि उन्हें ठेकेदारी के तहत बच्चों को काम पर लगाने के लिए भेजा जा रहा था, जिसके एवज में बच्चों को 10000 से 12000 रुपया/ मंथ देने की बात कही थी. बचाए गए बच्चों में सबसे अधिक 10 मुजफ्फरपुर जिला के हैं. बच्चों को सुरक्षित बचाने के बाद मामला GRP को सौंप दिया गया है. इस अभियान को RPF इंस्पेक्टर मनीष कुमार ने लीड किया. इस दौरान कई अधिकारियों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने भाग लिया।
गिरफ्तार मानव तस्कर के नाम
- मिंटू कुमार, नाजीरपुर अहियापुर मुजफ्फरपुर
- राकेश पासवान, धबौली गायघाट, मुजफ्फरपुर
- मोहम्मद मुस्तफा, साहेबगंज केसर चौक, मुजफ्फरपुर
- रंजीत कुमार, हरनाही बरूराज, मुजफ्फरपुर
- प्रेमचंद्र पंडित, रोहुआ, मधुबन, पूर्वी चंपारण
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कहां के कितने बच्चे मुक्त हुए
- बथना, अहियापुर- 4
- बेगाही कांटी – 1
- साहेबगंज – 5
- रामगढ़वा, पूर्वी चंपारण – 4
- शिवहर – 4
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