वरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुर मुशहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) में प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी और चिकित्सकों की लेटलतीफी आम बात हो गई है. सिविल सर्जन (सीएस) के औचक निरीक्षण में इसका खुलासा हुआ है. पिछले कई निरीक्षणों में पीएचसी प्रभारी और चिकित्सक अक्सर अनुपस्थित पाए गए हैं, जिससे स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित हो रही हैं. सिविल सर्जन डॉ. अजय कुमार ने इस गंभीर मामले की रिपोर्ट स्वास्थ्य मुख्यालय को भेज दी है. उन्होंने बताया कि मुशहरी पीएचसी प्रभारी को कई बार समय पर ड्यूटी पर आने की चेतावनी दी गई, लेकिन उनकी कार्यशैली में कोई सुधार नहीं आया है. प्रभारी की अनुपस्थिति के कारण अन्य चिकित्सक और स्वास्थ्यकर्मी भी अपनी ड्यूटी के प्रति लापरवाह हो जाते हैं. डॉ. अजय कुमार ने बताया कि शनिवार को किए गए निरीक्षण में पीएचसी प्रभारी के साथ-साथ चिकित्सक और लगभग आधा दर्जन अन्य स्वास्थ्यकर्मी भी गायब मिले थे, जिनसे स्पष्टीकरण मांगा गया है. उन्होंने यह भी बताया कि पिछले सप्ताह भी निरीक्षण के दौरान मुशहरी पीएचसी में चिकित्सक मौजूद नहीं थे, जिसके बाद मंगलवार को स्वयं उन्होंने पीएचसी का निरीक्षण किया. इस दौरान डॉ. राजेश कुमार और डॉ. रश्मि कुमारी ड्यूटी पर समय से नहीं पहुंचे थे, जिन्हें कड़ी चेतावनी दी गई है कि वे ओपीडी में समय पर उपस्थित रहें. सिविल सर्जन ने कहा कि उन्हें कई दिनों से मरीजों से शिकायतें मिल रही थीं कि चिकित्सक ओपीडी में समय पर नहीं आते हैं, जिसके बाद उन्होंने निरीक्षण करने का निर्णय लिया. उन्होंने बताया कि निरीक्षण के दौरान एईएस वार्ड का भी जायजा लिया गया, जहां एईएस पीड़ित बच्चों को दी जाने वाली दवाओं और अन्य सुविधाओं का निरीक्षण किया गया. हालांकि, कुछ दवाओं की कमी पाई गई, जिन्हें तत्काल स्टोर से मंगवाने के निर्देश दिए गए हैं. डॉ. अजय कुमार ने बताया कि जांच केंद्र और अन्य वार्डों में सभी आवश्यक सुविधाएं मौजूद पाई गईं. उन्होंने एईएस को लेकर स्पष्ट निर्देश दिए कि पीड़ित बच्चों के आने पर उन्हें तत्काल उचित इलाज मुहैया कराया जाए.
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