::: मरीन ड्राइव को केंद्रित करते हुए सिकंदरपुर व जूरन छपरा इलाके में चला अभियान, कई के अवैध निर्माण तोड़े गये
::: बिना नक्शा निर्माण पर होगी कार्रवाई, आर्थिक दंड लगाने से लेकर बुलडोजर तक चलायेगा निगम
वरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुर
शहरी क्षेत्र में बिल्डिंग बायलॉज का उल्लंघन कर बनाये गये मकानों पर अब नगर निगम का हथौड़ा चलेगा. प्रशासनिक स्तर पर इसकी तैयारी तेज हो गयी है. शनिवार को नगर निगम की टीम ने सिकंदरपुर मरीन ड्राइव किनारे बनी बहुमंजिली इमारतों की सघन जांच की. टीम ने कुल 16 मकानों के नक्शों की जांच-पड़ताल की, जिसमें पाया गया कि अधिकतर मकानों का निर्माण बिल्डिंग बायलॉज का उल्लंघन करके किया गया है. कई भवन मालिकों के पास तो नगर निगम से स्वीकृत नक्शा भी उपलब्ध नहीं था. जिन भवन स्वामियों के पास आवश्यक स्वीकृति नहीं मिली, उन्हें सोमवार तक का अंतिम अवसर देते हुए संबंधित दस्तावेज जमा करने का निर्देश दिया गया है. अगर निर्धारित समय-सीमा के भीतर कागजात नहीं दिखाये गये, तो नगर निगम नियमानुसार कड़ी कार्रवाई करेगा.इसके अतिरिक्त, मरीन ड्राइव से सटे जुरन छपरा रोड नंबर 01 पर नगर निगम की भूमि पर किये गये अवैध कब्जे को भी हटा दिया गया. इस कार्रवाई से मरीन ड्राइव किनारे अवैध तरीके से निर्माण करने वाले बिल्डिंग मालिकों के बीच हड़कंप मच गया है. नगर निगम ने स्पष्ट किया है कि शहरी क्षेत्र में सरकारी भूमि या बिना स्वीकृति के किये गये निर्माण को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जायेगा. निगम ने आम जनता से भी अपील की है कि वे भवन निर्माण से पहले स्वीकृत नक्शा प्राप्त करें और किसी भी प्रकार के अवैध निर्माण या अतिक्रमण से बचें. नगर आयुक्त विक्रम विरकर ने बताया कि यह अभियान चरणबद्ध तरीके से अन्य क्षेत्रों में भी जारी रहेगा, ताकि नगर का सुव्यवस्थित विकास सुनिश्चित हो सके.
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