जनसुराज के प्रमुख प्रशांत किशोर ने की प्रेसवार्ता
उपमुख्य संवाददाता, मुजफ्फरपुर
अगले 120 दिनों में हमलोग 240 विधान सभा क्षेत्र में जायेंगे. इसकी शुरुआत जेपी की जन्म भूमि सिताब दियारा से की गयी है. जेपी ने 50 साल पहले संपूर्ण क्रांति की शुुरुआत की थी. जिसकी बदौलत देश के विभिन्न हिस्सों में व्यवस्था परिवर्तन हुआ. यह बदलाव जनमानस में जेपी की क्रांति की बदौलत ही आया. यह बातें जनसुराज प्रमुख प्रशांत किशाेर ने रविवार को माड़ीपुर स्थित एक होटल में प्रेसवार्ता कर कही. उन्होंने कहा कि अगले चार-पांच महीने में चुनाव आने वाला है. जेपी के बदलाव के रास्ते पर ही चलकर व्यवस्था परिवर्तन किया जा सकता है. जन सुराज ने इस रास्ते को चुना है. आप सभी जाति-पाति भूलकर और मंदिर-मस्जिद की लड़ाई से ऊपर उठकर बच्चों की शिक्षा के अधिकार के लिये वोट करें. इसी संदेश को लेकर हमलोग विभिन्न जगहों पर जा रहे हैं. आप सभी जन सुराज के साथियों को सुने. और उन्हें बिहार की व्यवस्था बदलने का मौका दें. हमलोग व्यवस्था में बदलाव के लिये एक करोड़ लोगों का हस्ताक्षर अभियान भी चला रहे हैं. सरकार कह रही थी कि जातीय जनगणना होने से समाज के वंचित वर्ग के लोगों को फायदा होगा. जब जाति जनगणना का रिपोर्ट आयी तो पता चला कि 30 वर्ष तक सामाजिक न्याय के नाम पर शाेषण करने के बाद सरकार सामाजिक रूप से पिछड़ों को अधिकार नही दिला पायी. आजादी के 78 वर्षों के बाद तीन प्रतिशत से कम महादलित परिवार के बच्चे, पांच प्रतिशत से कम पिछड़े समाज के बच्चे और सात फीसदी से कम मुस्लिम परिवार के बच्चे बारहवीं पास करते हैं. जातीय जनगणना के आधार पर 2023 में लोकसभा में यह घोषणा की गयी थी कि आर्थिक रूप से पिछड़े परिवार को दो-दो लाख आर्थिक सहायता दी जायेगी, लेकिन आज तक एक भी परिवार को यह राशि नहीं मिली. प्रेसवार्ता में एके दास, विनोद चौधरी, मनोज राय, ललन चढ्ढा, नदीम खान सहित अन्य कार्यकर्ता मौजूद थे.
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