देवेश कुमार/ Muzaffarpur News: बिहार के आठ प्रमुख शहरों मुजफ्फरपुर, मोतिहारी, बेतिया, गया जी, बेगूसराय, दरभंगा, सहरसा, बिहारशरीफ आयोजना क्षेत्र का नक्शा अब आधुनिक तरीके से बनेगा. इसके अलावा नगर परिषद के अंतर्गत आने वाले हाजीपुर, सिवान, बगहा और जहानाबाद आयोजना क्षेत्र के अधीन भी नक्शे की स्वीकृति नगर परिषद से होगी. नगर विकास एवं आवास विभाग इन शहरों के लिए जियोग्राफिक इंफॉर्मेशन सिस्टम (जीआईएस) आधारित मास्टर प्लान तैयार कर रहा है. इस महत्वाकांक्षी योजना को धरातल पर उतारने के लिए तेजी से काम चल रहा है और अगस्त 2025 तक इसे पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है.
मुजफ्फरपुर के लिए मेरठ की कंपनी को जिम्मा
विभाग ने मास्टर प्लान को अंतिम रूप देने और उसे लागू करने से पहले वेटिंग और ग्राउंड ट्रूथिंग का कार्य तेज कर दिया है. इसके तहत चयनित एजेंसियां धरातल पर मौजूदा स्थितियों का आकलन कर रही हैं. ताकि, मास्टर प्लान में कोई त्रुटि न रहे. मुजफ्फरपुर समेत इन सभी 12 शहरों के लिए जीआईएस आधारित मास्टर प्लान बनाने की जिम्मेदारी अलग-अलग एजेंसियों को सौंपी गयी है. मुजफ्फरपुर के लिए यह महत्वपूर्ण कार्य टेक मेच इंटरनेशनल प्राइवेट लिमिटेड (मेरठ) को दिया गया है. नगर विकास विभाग के अपर सचिव राजीव कुमार श्रीवास्तव ने इस संबंध में एक पत्र जारी कर सभी संबंधित एजेंसियों को एक सप्ताह के अंदर वेटिंग और ग्राउंड ट्रूथिंग का कार्य पूरा करने का सख्त निर्देश दिया है. इस कार्य में नगर निगम सहयोग करेगा.
जीआईएस बेस्ड मास्टर प्लान बनने से होंगे फायदे
जीआईएस आधारित मास्टर प्लान बनने से इन शहरों का सुनियोजित विकास हो सकेगा. कहां सड़कें बनेंगी, कहां अस्पताल होंगे, कहां स्कूल खुलेंगे और कहां आवासीय व व्यावसायिक क्षेत्र विकसित होंगे, यह सब कुछ इस मास्टर प्लान में तय किया जायेगा. इससे शहरों में अतिक्रमण की समस्या से भी निजात मिलेगी और नागरिकों को बेहतर सुविधाएं मिल सकेगी. विभाग के इस फैसला से मुजफ्फरपुर समेत बिहार के सात प्रमुख शहर जल्द ही एक नये और आधुनिक स्वरूप में नजर आएंगे, जिससे यहां के निवासियों का जीवन स्तर बेहतर होगा.
प्रखंडों के ये गांव शामिल
- मुशहरी : 115 राजस्व ग्राम
- कांटी : 43 राजस्व ग्राम
- मड़वन : 23 राजस्व ग्राम
- कुढ़नी : 18 राजस्व ग्राम
- बोचहां : 10 राजस्व ग्राम
- मीनापुर : 07 राजस्व ग्राम