सावन में गेंदा के माला से सजेंगे भगवान शिव उपमुख्य संवाददाता, मुजफ्फरपुर सावन की शुरुआत के साथ ही फूलों की खपत काफी बढ़ जाती है. शिव मंदिरों में बाबा का महाशृंगार गेंदा के फूलों से किया जाता है. इसके लिए फूल विक्रेताओं ने अभी से तैयारी शुरू कर दी है. सरैयागंज और इमलीचट्टी के फूल विक्रेता कोलकाता में फूलों का ऑर्डर दे रहे हैं. सावन से सप्ताह पहले ही शहर में फूलों का स्टॉक हो जायेगा. इसे यहां के कोल्ड स्टोर में रखा जायेगा. पहली सोमवारी के बाद फिर फूल मंगवाये जायेंगे. सावन के हर सोमवार के अलावा अन्य दिन भी यहां भगवान की पूजा के लिए फूलों की काफी डिमांड रहती है. गेंदा के फूल सबसे अधिक मंगाये जाते हैं. यह पूजा के अलावा भगवान शिव के शृंगार के भी काम आता है. फूल विक्रेता राजेश कुमार ने बताया कि सावन में ओड़हूल और गेंदा के माला की डिमांड अधिक रहती है. भगवान शिव को माला पहनाने के साथ शिव लिंग पर भी गेंदा का माला चढ़ाया जाता है. इस कारण इसकी डिमांड काफी रहती है. करीब चार क्विंटल बेलपत्र की होगी खपत सावन में बेलपत्र की भी अधिक डिमांड होती है. भगवान शिव की पूजा में बेलपत्र का विशेष महत्व माना गया है. फूल कारोबारी ग्रामीण क्षेत्र के माली को अभी से ही बेलपत्र का ऑर्डर दे रहे हैं. ग्रामीण क्षेत्रों से फूलों की सप्लाई करने वाले सुरेंद्र कुमार ने बताया कि बेलपत्र की डिमांड फूल से ज्यादा होती है. शहर के अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में भी इसकी खपत होती है. इस बार भी ऑटो से बेलपत्र की आपूर्ति की जायेगी. फूल और बेलपत्र विक्रेता अजीत कुमार ने बताया कि सावन में हर दिन करीब चार क्विंटल बेलपत्र की खपत होगी. हमलोगों ने अभी से ग्रामीण क्षेत्रों से बेलपत्र आपूर्ति की तैयारी की है.
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