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::: भू-जल स्तर के गिरते कारणों की भी जानकारी एकत्रित होगी, केंद्र सरकार के जल शक्ति मंत्रालय के पहल पर गणना शुरू
वरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुर
जाति आधारित गणना के बाद जिले में सातवीं लघु सिंचाई गणना, द्वितीय जल निकाय गणना और पहली बार होने वाली स्प्रिंग्स (झरनों) की गणना की तैयारी शुरू हो गयी है. जिला पदाधिकारी सुब्रत कुमार सेन ने इस संबंध में नगर आयुक्त, सभी अनुमंडल पदाधिकारी, सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी, सभी अंचल अधिकारी और नगर परिषद पंचायत के कार्यपालक पदाधिकारियों को पत्र जारी किया है. यह गणना केंद्र सरकार द्वारा प्रायोजित लघु सिंचाई सांख्यिकी का युक्तियुक्तकरण योजना के अंतर्गत पूरी तरह से केंद्र सरकार की सहायता से मोबाइल ऐप के माध्यम से की जायेगी. जिला पदाधिकारी ने सभी संबंधित अधिकारियों को प्राथमिकता के आधार पर चार्ज रजिस्टर और चयनित प्रगणक/पर्यवेक्षक (सुरक्षित सहित) के यूजर आइडी और पासवर्ड की हार्ड कॉपी और सॉफ्ट कॉपी (एक्सेल शीट में) एक सप्ताह के भीतर उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है. गणना का मुख्य उद्देश्य लघु सिंचाई स्रोतों, जल निकायों और झरनों की सटीक जानकारी एकत्र करना है. यह कार्य जल शक्ति मंत्रालय, भारत सरकार के दिशा-निर्देशों के अनुसार किया जा रहा है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है