उपमुख्मुय संवाददाता, मुजफ्फरपुर, आमगोला रोड स्थित प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय के सुख शांति भवन में विश्व मातृ दिवस पर रविवार को कार्यक्रम का आयोजन किया गया. बिहार झारखंड की जोनल इंचार्ज राजयोगिनी बीके रानी दीदी ने कहा कि भगवान को भी पहले माता और पिता कहा जाता है. भगवान मां के रूप में हमेशा हमारे साथ हैं और ईश्वरीय ज्ञान और राजयोग की शिक्षा देकर हमें पवित्र और श्रेष्ठ बनाते हैं. डॉ एचएन भारद्वाज ने कहा कि ईश्वर हर जगह नहीं हो सकते, इसलिए उन्होंने मां को बनाया है. उन्होंने शास्त्रों में मां की महिमा का वर्णन करते हुए कहा कि पूत कपूत हो सकता है, लेकिन माता कभी कुमाता नहीं होती. डिप्टी मेयर डॉ मोनालिसा ने कहा कि मां जीवन में बच्चों की प्रथम शिक्षक होती है और उन्हें अच्छे संस्कार देती है. उन्होंने कहा कि आज महिलाएं डॉक्टर, प्रोफेसर, पायलट और राष्ट्रपति जैसी महत्वपूर्ण भूमिकाओं में है और मां के रूप में सरस्वती, दुर्गा और लक्ष्मी की पूजा की जाती है. डॉ संजय पंकज ने मां की महिमा का वर्णन करते हुए कहा कि मां शब्द से परे हैं, जिनमें पूरा ब्रह्मांड समाया हुआ है. डॉ नवीन कुमार ने कहा कि भारतीय संस्कृति में मां का स्थान ईश्वर से भी बड़ा है और मां के रूप में साक्षात ईश्वर हमारे साथ हैं. संचालन डॉ फनीश चंद्र ने किया. इस मौके पर भास्कर, जेपी रंजन, बीएस मेहरोत्रा, सीए प्रफुल्ल कुमार प्रसून, महेश, सीता, बबिता, पुष्पा और कई अन्य मौजूद थे़
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