30 सितंबर को अंतिम प्रकाशन
मुख्य संवाददाता, मुजफ्फरपुर
भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार, मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण कार्यक्रम के तहत मतदाताओं के नाम जोड़ने की प्रक्रिया 1 अगस्त से शुरू होगी. मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन 30 सितंबर को किया जायेगा. मुख्य उद्देश्य यह है कि सभी पात्र नागरिकों का नाम मतदाता सूची में शामिल हो, ताकि वे अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकें. विधानसभा चुनाव को लेकर यह मतदाता पुनरीक्षण काफी अहम है. इस प्रक्रिया में, बूथ लेवल ऑफिसर (बीएलओ) घर-घर जाकर एन्यूमरेशन फॉर्म (दो प्रतियों में) वितरित करेंगे और मतदाताओं को फॉर्म भरने में सहायता करेंगे. भरे हुए फॉर्म व संलग्न दस्तावेज बीएलओ/इसीआइनेट मोबाइल ऐप के माध्यम से अपलोड किए जाएंगे और फिर संबंधित निर्वाचन अधिकारी (इआरओ)/ सहायक निर्वाचन अधिकारी (एइआरओ) को जमा किए जायेंगे. जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह डीएम सुब्रत कुमार सेन ने इस पूरी प्रक्रिया को त्रुटिरहित, पारदर्शी व विश्वसनीय बनाने पर जोर दिया है. उन्होंने सभी इआरओ, एइआरओ और बीएलओ को आयोग की मार्गदर्शिका का गहन अध्ययन करने और पूरी जवाबदेही से निर्देशों का पालन करने के निर्देश दिए हैं.मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों से भी मतदान केंद्रों पर बूथ लेवल एजेंट (बीएलए-2) नियुक्त करने की अपील की गयी है. ऐसा करने से किसी भी विसंगति या त्रुटि का समाधान प्रारंभिक चरण में ही किया जा सकेगा. जिससे दावा, आपत्ति व अपील की संख्या में कमी आयेगी. बीएलए-2 को बीएलओ के साथ समन्वय बनाकर काम करने को कहा गया है. अधिकारियों को विशेष रूप से वृद्ध, बीमार, दिव्यांगजन, गरीब व अन्य वंचित वर्गों के मतदाताओं को किसी भी प्रकार की परेशानी न हो, इसका विशेष ध्यान रखने और उन्हें हर संभव सुविधा प्रदान करने के निर्देश दिए गये हैं.
कार्यक्रम 25 जून से 26 जुलाई तक: एन्यूमरेशन फॉर्म का वितरण एवं संग्रहण
27 जुलाई से 31 जुलाई तक: कंट्रोल टेबल का अद्यतीकरण व ड्राफ्ट रोल की तैयारी
1 अगस्त: मतदाता सूची के प्रारूप का प्रकाशन1 अगस्त से 1 सितंबर तक: दावा व आपत्ति
25 सितंबर तक: दावा-आपत्ति फॉर्म का निष्पादन30 सितंबर: मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन
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