बच्चियों को दे रही नि:शुल्क शिक्षा, दिखा रही स्वावलंबन की राह फोटो – दीपक – 22 उपमुख्य संवाददाता, मुजफ्फरपुर स्लम एरिया की बच्चियां अब न केवल पढ़ रही हैं, बल्कि अपने छोटी अंगुलियों से अपने सपने भी सजा रही हैं. उनमें यह बदलाव शहर की समाजसेवी नीतू तुलस्यान के कारण आया है. सरैयागंज निवासी नीतू तुलस्यान अब इनके लिये उम्मीद की किरण हैं. वह इन बच्चियों को न केवल मुफ्त शिक्षा दे रही हैं, बल्कि उन्हें कला और स्वावलंबन की नयी राह भी दिखा रही हैं. नीतू अपने आवास पर इन बच्चियों को निशुल्क पढ़ाने के साथ इन्हें आर्ट और क्राफ्ट का प्रशिक्षण भी दे रही हैं. बच्चियों के छोटे-छोटे हाथों से जब रंग और ब्रश मिलते हैं, तो कैनवास पर उनके अनछुए सपनों की झलक मिलती है. नीतू के प्रयास से इन बच्चियों द्वारा बनायी गयी पेंटिंग और हस्तकला अब छोटे से कमरे से निकल कर बाजार में आया है, जिससे इन बच्चों को आर्थिक स्वावलंबन भी मिल रहा है. नीतू की निशुल्क शिक्षा से इन बच्चियों को आगे बढ़ने की प्रेरणा मिल रही है. बच्चों को पढ़ाने का काम नीतू पिछले सात साल से कर रही हैं. इसके लिये उन्होंने एक ज्ञान दीप संस्था बनायी है और सभी बच्चियों को ड्रेस भी दिया है. सात साल पहले डेंगू ने जीने का नजरिया बदला नीतू कहती हैं कि सात साल पहले उन्हें डेंगू हुआ था. वह कई दिनों तक आइसीयू में भर्ती थी. जब वह स्वस्थ होकर घर लौटीं तो उनके जीेन का तरीका बदल गया. स्लम एरिया की बच्चियों को इधर-उधर घूमते देख कर उनके मन में उन्हें पढ़ाने का ख्याल आया. इसके लिये उनके परिवार वालों से बात की. शुुरुआत में तो कई परिवार के लोग बच्चियों की पढ़ाई के लिये तैयार नहीं हुये, लेकिन लगातार प्रयास से सफलता मिली और वह उन बच्चियों को अपने आवास पर बुला कर नि:शुल्क शिक्षा देने लगी. समय के साथ बच्चियों की संख्या बढ़ती गयी. आज करीब एक सौ लड़कियां नियमित रूप से उनसे पढ़ने आती हैं. पढ़ाई के साथ वह आर्ट एंड क्राफ्ट भी सीखती हैं. वह इन्हें मधुबनी पेंटिंग भी सीखा रही हैं और उनके बनाये गये पेटिंग और क्राफ्ट को बाजार में भी भेज रही हैं. इससे लड़कियों को आय भी हो रही है ओर वह पूरे मनाेयोग से काम कर रही हैंि
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