वरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुर जिले के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों (सीएचसी) और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों (पीएचसी) में इन दिनों केवल ओपीडी का संचालन हो रहा है, जिससे गंभीर रूप से बीमार मरीजों और प्रसूताओं को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. भर्ती और प्रसव कार्य न होने के कारण मरीज मजबूरन एसकेएमसीएच और सदर अस्पताल का रुख कर रहे हैं. आश्चर्य की बात यह है कि सीएचसी और पीएचसी में पर्याप्त बेड, सभी आवश्यक दवाएं और चिकित्सक उपलब्ध हैं. इसके बावजूद मरीजों को भर्ती नहीं किया जा रहा है और न ही प्रसव कार्य कराया जा रहा है. पीएचसी से प्राप्त रिपोर्टों से भी यह खुलासा हुआ है कि भर्ती मरीजों की संख्या नगण्य है. पीएचसी प्रभारियों का कहना है कि स्वास्थ्यकर्मियों की कमी के कारण केवल ओपीडी का कार्य ही सुचारू रूप से चल पा रहा है. सीएस डॉ. अजय कुमार ने नाराजगी व्यक्त की है. उन्होंने कहा कि सरकारी अस्पतालों में स्वास्थ्य सेवाओं को इतना बेहतर किया जाना चाहिए कि किसी भी मरीज को निजी अस्पताल में जाने की नौबत न आए. उन्होंने इस बात पर भी हैरानी जताई कि सभी संसाधन मौजूद होने के बावजूद मरीजों को भर्ती क्यों नहीं किया जा रहा है. सीएस डॉ. कुमार ने इस संबंध में पीएचसी प्रभारियों से जवाब-तलब किया है. उन्होंने दोहराया कि सरकार ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में मरीजों की समुचित चिकित्सा के लिए पूरी व्यवस्था की है और लोगों को वहां पर्याप्त सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं. इसके बावजूद ऐसी शिकायतें आना चिंताजनक है.
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