व्यावसायिक कौशल रहेगा जोर
वरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुरसरकारी विद्यालयों में 26 जुलाई को अभिभावक-शिक्षक संगोष्ठी होगी. संगोष्ठी का मुख्य थीम ””व्यावसायिक कौशल व स्वास्थ्य, स्वच्छता व पोषण”” है. इसका उद्देश्य अभिभावकों व शिक्षकों को इस बात के प्रति जागरूक करना है कि बच्चों को प्रारंभिक स्तर से ही विभिन्न व्यावसायिक विकल्पों, कार्य-आधारित कौशल व जीवनोपयोगी दक्षताओं से अवगत कराना उनके भविष्य की तैयारी में कितना सहायक हो सकता है. शिक्षा विभाग की ओर से इस संगोष्ठी के सफल संचालन के लिए दिशा-निर्देश जारी किए गये हैं. स्कूलों को निर्देश दिया गया है कि संगोष्ठी से पहले प्रधानाध्यापक की अध्यक्षता में शिक्षकों की आंतरिक बैठक आयोजित की जाए, जिसमें कार्य योजना तैयार की जायेगी. स्थानीय स्तर पर किसी स्वास्थ्य कर्मी, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, या स्वच्छता दूत को आमंत्रित किया जायेगा, ताकि वे अपने अनुभव बच्चों और अभिभावकों के साथ साझा कर सकें.
संगोष्ठी के दिन होने वाले कार्य
– बच्चों द्वारा निर्मित सामग्रियों से संगोष्ठी के निर्धारित स्थान को सजाना
– अभिभावकों का स्वागत करना व उनकी उपस्थिति पत्रक पर हस्ताक्षर करवाना– प्रधानाध्यापक द्वारा संगोष्ठी का उद्देश्य साझा किया जाना
– जून के कैलेंडर के अनुसार बच्चों की प्रगति पर विस्तृत चर्चा– बच्चों को खाना खिलाकर विद्यालय भेजने के महत्त्व पर चर्चा
– बच्चों के पोशाक, नाखून, बाल की नियमित सफाई व विद्यालय में बच्चों के व्यवहार जैसे बिंदुओं पर अभिभावकों के साथ संवाद.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है