सदर अस्पताल के पुरुष सर्जिकल वार्ड का मामलाबेड पर सैंपल लेने की व्यवस्था,पर ऐसा हो नहीं रहा
मुजफ्फरपुर.
मरीज के हाथ में स्लाइन लगी हुई थी और दवा की बॉटल पकड़े हुए उसकी पत्नी पैथोलॉजी पहुंची. यह नजारा सदर अस्पताल के पुरुष सर्जिकल वार्ड का है. भर्ती मरीज की देखभाल एएनएम कैसे करती हैं, यह इसकी बानगी है.55 साल के हरदेव महतो पैथोलॉजी में जांच कराने पहुंचे थे. जांच कराने के लिए वे कतार में लगे हुए थे.इस बीच पैथोलॉजी के कर्मचारियों की नजर उन पर पड़ी. उन्हें आनन-फानन में अंदर बुलाकर उनका ब्लड सैंपल लिया गया और फिर वार्ड में भेजा गया. वे मुशहरी के हैं. उनकी तबीयत शुक्रवार को खराब हुई थी. इसके बाद उन्हें भर्ती कराया गया. शनिवार सुबह डॉक्टर जब वार्ड में राउंड पर आये तो उन्होंने तीन जांचें लिखीं. इसमें सीबीसी, शुगर व एलएफटी की जांच थी. एएनएम ने कहा कि उन्हें खुद ही पैथोलॉजी जाना होगा. इसके बाद हरदेव महतो अपने बेड से उठे और स्लाइन चढ़ रहे बोतल को उनकी पत्नी ने हाथ में पकड़ा व जांच कराने के लिए पैथोलॉजी पहुंच गये.
भर्ती मरीज का सैंपल एएनएम लेती हैं
सदर अस्पताल के वार्ड में जो मरीज भर्ती होते हैं, उन्हें अगर डॉक्टर जांच के लिए लिखते हैं तो मरीज की पर्ची पैथोलॉजी में जाती है. इसके बाद पैथोलॉजी से वायल में क्यूआर कोड चिपका कर वार्ड में भेजा जाता हैं. जहां एएनएम मरीज का ब्लड सैंपल लेकर वायल में डालती हैं और उसे पैथोलॉजी भेज दिया जाता है. यह गंभीर मामला है. इसकी जांच सोमवार को करायी जायेगी. वार्ड की एएनएम से भी पूछा जायेगा कि यह क्यों हुआ? जांच में जो भी दोषी मिले, उनके खिलाफ कार्रवाई की जायेगी.-प्रवीण कुमार, अस्पताल प्रबंधकB
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