-भू-समाधान पोर्टल पर थानों का रिकॉर्ड उपलब्ध नहीं
-एसडीओ पश्चिमी ने पत्र में एडीएम को बतायी वस्तुस्थितिमुजफ्फरपुर.
भू-समाधान पोर्टल पर जिले के कई थाने का रिकाॅर्ड ही नहीं है. ऐसे में भूमि संबंधी विवाद के मामलों को सुलझाने में परेशानी हो रही है. विवाद के निपटारे के लिए संबंधितों द्वारा बैठक लगातार की जा रही है.बैठक में निदान व निष्कर्ष भी निकाला जा रहा है. लेकिन कई थानों का रिकॉर्ड नहीं होने के कारण रिपोर्ट अपलोड करने में कठिनाई उत्पन्न हो रही है. एसडीओ पश्चिमी श्रेया श्री ने एडीएम को पत्र में वस्तुस्थिति अवगत करा दी है. कहा है कि पश्चिमी अनुमंडल में कई ऐसे थाने हैं, जिनका रिकाॅर्ड पोर्टल पर उपलब्ध नहीं है.
बताया कि कि भू-समाधान पोर्टल पर थानावार लंबित मामलों की पिछले दिनों समीक्षा की तो उस दौरान त्रुटि की जानकारी मिली. इसमें सुधार का आग्रह किया गया है. पत्र में बताया है कि जैतपुर, फकुली, राजेपुर व पानापुर करियात थाना भू-समाधान पोर्टल पर उपलब्ध नहीं है. इसके अलावा देवरिया थाना साहेबगंज व पारू दोनों अंचलों से संबद्ध दर्शाया जा रहा है. इसे एक ही अंचल से संबद्ध किए जाना चाहिये. तुर्की थाना का कुढ़नी अंचल व तुर्की खरारू नाम दर्ज है. इन सभी में उन्होंने सुधार की जरूरत जतायी है. इसके अलावा इन सभी थानों को अंचल से संबद्ध करते हुए आइडी व पासवर्ड क्रिएट करने की बात कही है.कैंप 16 को, रैयतों को मिलेगा मुआवजा
-सुगौली रेललाइन के लिए अर्जित जमीन का मामला
मुजफ्फरपुर.
मुजफ्फरपुर-सुगौली दोहरी रेललाइन निर्माण के लिए अर्जित भूमि के रैयतों को मुआवजा देने के लिए मोतीपुर के महवल में 16 अप्रैल को कैंप लगेगा. इस संबंध में जिला भू-अर्जन पदाधिकारी ने अधिसूचना जारी की है. इसमें रैयतों को कैंप में शामिल होकर भूमि से संबंधित कागजात दिखाकर मुआवजा लेने की अपील की गयी है. महवल पंचायत भवन में सभी रैयतों को भूमि से संबंधित कागजात, खतियान, केवाला, अपडेट लगान रसीद, वंशावली, बंटवारा से संबंधित कागजात या आपसी सहमति पत्र, फोटाे पहचान पत्र, पैन कार्ड, सौ-सौ रुपये के दो नान ज्यूडिशियल स्टांप पेपर पर तैयार बंध पत्र, बैंक पासबुक, आधार कार्ड, एक रुपये का राजस्व टिकट व पासपोर्ट साइज फोटो लेकर आने को कहा गया है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है