फोटो दीपक
प्रभात खबर आपके द्वार में कारोबारियों ने रखी समस्याकहा, सड़क किनारे गाड़ियों का कट रहा चालान, आने से कतराते हैं ग्राहक
यूरिनल, शौचालय नहीं होना बड़ी समस्या, अतिक्रमण से दुकानदार हैं त्रस्तउपमुख्य संवाददाता, मुजफ्फरपुर
मोतीझील में ट्रैफिक, अतिक्रमण, पार्किंग, यूरिनल और शौचालय नहीं होने की समस्या स्थायी रूप से बनी हुई है. यहां वाहनों के लिए पार्किंग की व्यवस्था बम पुलिस गली में की गयी थी, लेकिन इसकी शुरुआत नहीं हुई. व्यवसायी यहां की समस्याओं से परेशान हैं और नगर निगम सहित पुलिस प्रशासन से निदान की मांग कर रहे हैं. मोतीझील के व्यवसायियों के साथ प्रभात खबर आपके द्वार कार्यक्रम में समस्याओं पर खुलकर चर्चा की गयी. व्यावसायियों का कहना था कि बाजार में 90 फीसदी कपड़े व रेडिमेड की दुकानें हैं. मुख्य बाजार होने से यहां अक्सर भीड़ रहती है, लेकिन पार्किंग नहीं होने से अब ग्राहक यहां आने से कतराने लगे हैं. सड़क किनारे गाड़ियां खड़ी करने पर ट्रैफिक पुलिस 500 रुपये का चालान काट देती है. इस डर से लोग दूसरे बाजार का रुख कर रहे हैं. इसके अलावा अतिक्रमण से दुकानदार परेशान हैं. यूरिनल व शौचालय नहीं होना भी बड़ी समस्या है. यहां व्यवसायियों की समस्याएं और उनकी मांगों को रखा जा रहा है-पार्किंग नहीं होने से ग्राहक होते परेशान
पार्किंग की व्यवस्था नहीं होने से ग्राहकों को काफी परेशानी होती है. यहां जो भी ग्राहक आते हैं, उन्हें हमेशा चिंता लगी रहती है कि गाड़ी का चालान कट जायेगा. इस इलाके में यूरिनल व शौचालय भी नहीं है. महिलाओं को इससे ज्यादा परेशानी होती है.
– दीपक राज
स्ट्रीट लाइट खराब, शाम में ही अंधेरा
इस इलाके में स्ट्रीट लाइट तो कुछ दिन तक जली, लेकिन अब बंद पड़ी है. स्ट्रीट लाइट नहीं जलने के कारण दुकानें बंद होते ही सड़कों पर अंधेरा छा जाता है. इससे चोरी की आशंका बढ़ जाती है. सड़कों का चौड़ीकरण तो हुआ, लेकिन ट्रैफिक व्यवस्था दुरुस्त नहीं हुई, इससे व्यवसाय बाधित हो रहा है. –राज शर्मा तरंग
बम पुलिस गली में नहीं हुई पार्किंग
मोतीझील कभी शहर का मुख्य बाजार था, लेकिन पार्किंग नहीं होने से ग्राहकों में कमी आ गयी. यहां बम पुलिस गली में पार्किंग की व्यवस्था की गयी थी, लेकिन वहां ताला बंद रहता है. गाड़ियों से आने वाले ग्राहक यहां रुकना नहीं चाहते हैं. निगम को पार्किंग की व्यवस्था करनी चाहिये.-
दलजीत सिंह
सड़क किनारे बाइक होने पर कट रहा चालान
सड़क के दोनों किनारे पर सफेद रंग की पट्टी दी गयी है, इस पट्टी के बाहर बाइक और कार लगी होने पर 500 रुपये का चालान कट जाता है. हमलोगों को भी अपनी गाड़ियां पार्क करने में परेशानी होती है.निगम मोतीझील के व्यवसायियों के लिए अलग पार्किंग की व्यवस्था नहीं कर रहा है, जिससे परेशानी है.– मो रइस
ट्रैफिक जाम मोतीझील की स्थायी समस्या
मोतीझील में ट्रैफिक जाम स्थायी समस्या है. सुबह व शाम को तो चलना भी मुश्किल हो जाता है. ग्राहक जाम के कारण बाजार आने से कतराते हैं, जिससे हमारी बिक्री पर सीधा असर पड़ता है. प्रशासन को इस पर गंभीरता से ध्यान देना चाहिये और समाधान करना चाहिये.-
रोहित कहनानी
सड़क किनारे अतिक्रमण से बढ़ी परेशानी
अतिक्रमण से फुटपाथ पर जगह ही नहीं बचती. ठेले वाले व दुकानदार अपना सामान सड़क तक फैला लेते हैं. इससे ग्राहकों को चलने में परेशानी होती है और बाजार भी अव्यवस्थित दिखता है. जब तक यहां से अतिक्रमण नहीं हटेगा, ग्राहकों को खरीदारी करने में असुविधा होगी.– मो इरशाद
मोतीझील में हो व्यवस्थित पार्किंग
मोतीझील में पार्किंग की कोई व्यवस्था नहीं है.ग्राहक अपनी गाड़ियां जहां-तहां खड़ी करते हैं, जिससे और ज्यादा जाम लगता है.एक व्यवस्थित पार्किंग स्थल बनना चाहिये ताकि ग्राहक आसानी से आ सकें. यहां बहुत सारी महिलाएं भी काम करती हैं, यूरिनल नहीं होने से उन्हें समस्या का सामना करना पड़ता है.-
सोहन लाल
यूरिनल व शौचालय नहीं होने से परेशानी
सबसे बड़ी समस्या तो शौचालय की है. इतने बड़े बाजार में एक भी सार्वजनिक शौचालय नहीं है. यहां बंका बाजार में चौथे मंजिल पर यूरिनल है. ग्राहकों और यहां काम करने वाली महिलाओं को वहां जाना पड़ता है. नगर निगम को कल्याणी के पास एक यूरिनल व शौचालय बना देना चाहिये.– राम शर्मा
बाजार की रौनक पड़ रही फीकी
ट्रैफिक, अतिक्रमण व शौचालय की कमी के कारण मोतीझील बाजार की रौनक फीकी पड़ती जा रही है. अगर इन समस्याओं का समाधान नहीं हुआ तो ग्राहक दूसरे बाजार का रुख कर लेंगे. जिससे हम व्यसायियों को नुकसान होगा. पार्किंग तो तत्काल जरूरी है, जिससे ग्राहकों को खरीदारी में सुविधा हो.
– अरुण पोद्दार
ट्रैफिक व जाम से बाजार प्रभावित
मोतीझील में ट्रैफिक व जाम अब आम बात हो गयी है. संकरी सड़कों पर वाहनों का दबाव बहुत ज्यादा है, जिससे ग्राहकों का आना मुश्किल हो जाता है. व्यापार बुरी तरह प्रभावित हो रहा है. यहां बम पुलिस गली में नगर निगम ने पार्किंग की व्यवस्था की थी, लेकिन वह भी शुरू नहीं हो पाया.– अखलाक अहमद
खड़ी गाड़ियों का कट रहा चालान
पार्किंग की कोई व्यवस्था नहीं होने से ग्राहक अपनी गाड़ियां सड़क पर ही खड़ी करते हैं, जिससे जाम और लगता है. महिलाओं के लिए तो और भी परेशानी होती है. सड़क के किनारे खड़ी गाड़ियों के चालान कटने के डर से ग्राहक आने से कतराते हैं. इससे बाजार प्रभावित हो रहा है. निगम को ध्यान देना चाहिये.
– अंकुर कुमार
मोतीझील बाजार में सीसीटीवी कैमरा नहीं
मोतीझील शहर का एक बड़ा बाजार है, लेकिन यहां एक भी सीसीटीवी कैमरा नहीं लगा है. अगर कोई घटना होती है तो उसका फुटेज भी नहीं निकाला जा सकता. इस बाजार में निगम और प्रशासनिक पदाधिकारियों का ध्यान नहीं है. यहां की बुनियादी जरूरतों को पूरा करने की जरूरत है.– आकाश कंदोई
फुटपाथी दुकानदारों के कारण अतिक्रमण
अतिक्रमण ने तो बाजार की सूरत ही बिगाड़ दी है. फुटपाथ पर दुकानदारों और ठेलों के कारण चलने तक की जगह नहीं बची है. नगर निगम को नियमित रूप से अतिक्रमण हटाना चाहिये व सख्ती बरतनी चाहिए. ऐसा नहीं हुआ तो इस बाजार की रौनक खत्म हो जायेगी. यहां का व्यवसाय गिरता जायेगा.- नागेंद्र कुमार
यूरिनल व शौचालय नहीं होने से परेशानी
यूरिनल व शौचालय की कमी शर्मनाक है. इतने बड़े बाजार में एक भी सार्वजनिक सुविधा नहीं है. ग्राहकों व दुकानदारों, खासकर महिलाओं को बहुत दिक्कत होती है. स्वच्छ शौचालय बनवाना प्राथमिकता होनी चाहिये. जिससे महिला ग्राहकों को परेशानी नहीं हो. निगम को इसकी व्यवस्था करनी चाहिये.मो चांद
पार्किंग नहीं होने से दूसरे बाजार जा रहे ग्राहक
मोतीझील बाजार की तरक्की तभी होगी जब यहां मूलभूत समस्याओं का समाधान होगा. ट्रैफिक, पार्किंग, अतिक्रमण और स्वच्छता पर ध्यान देना जरूरी है, नहीं तो ग्राहक दूसरे बाजार का रुख करेंगे. हमलोग जब यहां आते हैं तो गाड़ी कहां खड़े, यह सोचना पड़ता है. चालान कटने का भी डर रहता है.
– विनोद तिवारी, ग्राहक
बाजार का कारोबार हो रहा प्रभावित
ट्रैफिक व जाम मोतीझील की पहचान बन गये हैं. ग्राहकों का आना मुश्किल है, पार्किंग की कोई जगह नहीं. चालान कटने का डर हमेशा बना रहता है. व्यापार करना मुश्किल हो गया है. ऐसी स्थिति में ग्राहक यहां क्यों आयेगा, उसके लिये खरीदारी का दूसरा विकल्प मौजूद है, कारोबार प्रभावित हो रहा है.– उदय शाह
यूरिनल नहीं होने से महिला ग्राहकों को परेशानी
अतिक्रमण ने पूरे बाजार को घेर लिया है. चलने तक की जगह नहीं है. यूरिनल व शौचालय की तो बात ही छोड़ दीजिए, कहीं कोई सुविधा नहीं है. हम कामकाजी महिलाओं व महिला ग्राहकों के लिए यह बहुत बड़ी समस्या है. यहां बंका बाजार के चौथी मंजिल पर बने यूरिनल में जाना पड़ता है.
– पूनम गुप्ता, कर्मचारी
ठेला व खोमछा वालों का अतिक्रमण
महिलाओं को यहां बहुत परेशानी का सामना करना पड़ता है. यहां दुकान में कर्मचारी होने के नाते रोज इस परेशानी झेलती हूं. एक तो यह इलाका अक्सर जाम रहता है, जिससे परेशानी होती है. वहीं दुकानों के आगे ठेला और खोमछा वाले अतिक्रमण कर रखे हैं, जिससे दुकान का डिस्प्ले बेहतर तरीके से नहीं होता. –खुशबू गुप्ता, कर्मचारी
ठेले वाले व दुकानदारों से होता है झगड़ा
अतिक्रमण के कारण ठेले वालों और दुकानदारों में अक्सर झगड़ा होता है. चालान तो आम बात है. यूरिनल और शौचालय नहीं होने से गंदगी फैली रहती है. बाजार की छवि खराब हो रही है. संबंधित पदाधिकारियों को इस पर ध्यान देना चाहिये और व्यवसायियों की परेशानी दूर करनी चाहिये.
– चंदा देवी, कर्मचारी
मोतीझील बाजार में बुनियादी सुविधाएं नहीं
मोतीझील में व्यापार करना अब आसान नहीं रहा. ट्रैफिक, जाम, पार्किंग की समस्या के साथ चालान का डर हमेशा लगा रहता है. यहां यूरिनल व शौचालय नहीं है. पेयजल का भी प्रबंध नहीं है. बुनियादी सुविधाएं नहीं होने से यहां का बाजार प्रभावित हो रहा है. निगम को इस पर ध्यान देना चाहिये.- राजू कुमारमोतीझील में दुकानों की संख्या – 500
मुख्य व्यापार – कपड़े व रेडिमेडरोज का टर्न ओवर – औसतन पांच करोड़
मुख्य समस्या – ट्रैफिक, पार्किंग, यूरिनल व शौचालय, सीसीटीवी, अतिक्रमणडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है