:: स्वास्थ्य विभाग ने सिविल सर्जन को दिया निर्देश वरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुर सदर अस्पताल स्थित एमसीएच में अब रेफर का खेल नहीं चलेगा. इसके लिये स्वास्थ्य विभाग ने चिकित्सकाें पर नकेल कसा है. स्वास्थ्य मुख्यालय ने सिविल सर्जन को दिशा निर्देश दिया है कि जब एमसीएच में सभी सुविधाएं उपलब्ध है तो गर्भवती महिला एसकेएमसीएच क्यों रेफर की जा रही है. महिला सर्जन चिकित्सक के रहने के बावजूद ऑपरेशन से प्रसव नहीं हो रहा है. एक माह में पांच से छह ऑपरेशन से प्रसव किये जा रहे हैं. ऐसे में अगर रेफर किया जाता है तो उन्हें बताना होगा कि किस स्थिति में एसकेएमसीएच रेफर किये गये हैं. सदर अस्पताल के एमसीएच में पांच महिला चिकित्सक उपलब्ध हैं. इसमें सर्जन भी शामिल हैं. पिछले माह के आंकड़े बताते हैं कि 30 दिन में 736 गर्भवती महिलाएं अस्पताल में भर्ती हुईं. इनमें से 344 की ही डिलेवरी करायी गयी. वहीं 392 को रेफर कर दिया गया. इस बारे में तर्क दिया जा रहा है कि यह वह गर्भवती महिलाएं थीं जो भर्ती तो हुई लेकिन उनका समय पूरा नहीं हुआ था, ऐसे में उन्हें लौटा दिया गया. सूत्रों का कहना है कि अस्पताल के डॉक्टर किसी गर्भवती को लेकर रिस्क नहीं लेना चाहते. जरा भी संदेह होने पर रेफर कर दिया जाता है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है