वरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुर
राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर की 51वीं पुण्यतिथि पर 24 अप्रैल को पटना के बापू सभागार में भव्य ””रश्मिरथी पर्व”” का आयोजन किया जाएगा. यह कार्यक्रम राष्ट्रकवि दिनकर स्मृति न्यास, दिल्ली के तत्वावधान में होगा.
आमगोला स्थित शुभानंदी परिसर में आयोजित प्रेस वार्ता में साहित्यकार और न्यास सहयोगी डॉ. संजय पंकज ने बताया कि इस अवसर पर राष्ट्रीय चेतना के वयोश्रेष्ठ कवि बलवीर सिंह करुण के महाकाव्य ””सचल हिमालय दिनकर”” और दिनकर जी के पुत्र स्वर्गीय केदारनाथ सिंह की काव्यकृति ””थोड़ा-थोड़ा पुण्य थोड़ा-थोड़ा पाप”” का लोकार्पण किया जाएगा.
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डॉ. पंकज ने बताया कि आयोजन में विभिन्न क्षेत्रों में विशिष्ट सेवाओं के लिए राष्ट्रकवि दिनकर सम्मान भी प्रदान किए जाएंगे. इसके अतिरिक्त, ””वर्तमान समय में दिनकर काव्य की प्रासंगिकता”” विषय पर एक महत्वपूर्ण विमर्श भी होगा, जिसमें राष्ट्रीय स्तर के कई विद्वान अपने विचार रखेंगे. डॉ. पंकज ने राष्ट्रकवि दिनकर की कालजयी रचना ””रश्मिरथी”” का उल्लेख करते हुए कहा कि यह समरसता का लोकप्रिय प्रबंध काव्य अपनी सहजता और मानवीय मूल्यों के कारण आज भी आमजन की जुबान पर है. उन्होंने कहा कि बिहार की विभूति दिनकर अपने विपुल साहित्य सृजन के साथ हमेशा जीवित रहेंगे और हम बिहारवासियों को उन पर गर्व है. डॉ. पंकज ने न्यास के अध्यक्ष नीरज कुमार के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि वे साहित्य, शिक्षा और संस्कृति के क्षेत्र में दिनकर की चेतना को युवाओं के मन-मस्तिष्क में प्रवाहित करने के संकल्प के साथ लगातार इस तरह के आयोजनों को करते रहते हैं. डॉ. अविनाश तिरंगा ने बताया कि समारोह में भारत सरकार से पुरजोर मांग की जाएगी कि राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर को ””भारत रत्न”” सम्मान से अलंकृत किया जाए. समाजसेवी मुकेश त्रिपाठी, मधु मंगल ठाकुर और संजीव साहू ने इस अवसर को दिनकर जी को प्रणाम करने का एक प्रेरक अवसर बताया और कहा कि इसके माध्यम से सरकार से यह भी निवेदन किया जाएगा कि सिमरिया में गंगा पर बनने वाले पुल का नाम ””दिनकर सेतु”” रखा जाए. प्रेस वार्ता में चैतन्य चेतन, कुमार कृशानु सहित कई युवा और प्रबुद्ध लोग उपस्थित थे.
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