:: निदेशक ने डीइओ को दिया निर्देश, 20.85 लाख रुपये की पूर्व में की जा चुकी है वसूली
:: 2015 से 2017 के बीच का है अनियमितता का मामला, बच्चों की अधिक उपस्थिति दिखा की गई थी गड़बड़ी
वरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुर
सरकारी स्कूलों में बच्चों के लिए संचालित की जा रही मध्याह्न भोजन योजना में 8-10 वर्ष पूर्व की गई अनियमिता मामले में अबतक पूरी राशि की वसूली नहीं की जा सकी है. इसको लेकर मध्याह्न भोजन योजना के निदेशक विनायक मिश्र ने डीइओ को पत्र भेजा है. कहा है कि 19 मई को योजना की समीक्षा की गई है. इस दौरान जिले की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार 27.66 लाख रुपये की वसूली की जानी शेष है. कहा गया है कि राशि की वसूली कराएं या अपील या आवेदन व विभागीय कार्यवाही के संबंध में जानकारी उपलब्ध कराएं. इसके बाद एमआइएस में इसका आंकड़ा अपडेट करने काे कहा गया है. बता दें कि मुजफ्फरपुर समेत प्रदेश के सभी जिलों में स्कूलों के औचक निरीक्षण में मध्याह्न भोजन के संचालन में अनियमितता पकड़ी गयी थी. स्कूलों में बच्चों की उपस्थिति कम थी, लेकिन रजिस्टर पर अधिक उपस्थिति दिखाकर उस अनुसार मध्याह्न भोजन योजना में गड़बड़ी की जा रही थी. इसपर संबंधित प्रधानाध्यापकों से राशि की वसूली का विभाग ने निर्देश दिया था. मुजफ्फरपुर जिले में 48.51 लाख रुपये की वसूली की जानी थी. अबतक 20.85 लाख रुपये की वसूली की गई है. 11 विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों ने जिला शिक्षा पदाधिकारी के यहां 86 हजार रुपये की वसूली के विरुद्ध अपील किया है.शिवहर और शेखपुरा में शत प्रतिशत की गई वसूली :
38 जिलों में हुई अनियमितता के बाद कुल 10 करोड़ रुपये की वसूली की जानी थी. शिवहर और शेखपुरा जिले में शत प्रतिशत राशि की वसूली की गयी है. सबसे अधिक वसूली शेष वाले जिलों में अररिया में 39.95 लाख, सहरसा में 38.89 लाख, सीतामढ़ी में 37.12 लाख, मधेपुरा में 37.43, बेगुसराय में 34.49 रुपये की वसूली की जानी है. 4.73 करोड़ की वसूली की जानी शेष है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है