मुख्य संवाददाता, मुजफ्फरपुर रिश्वत मांगने के गंभीर आरोप में घिरे तत्कालीन एसडीओ पूर्वी ज्ञान प्रकाश को विभागीय जांच से क्लीन चीट मिलने के बाद भी दोबारा जांच का सामना करना पड़ेगा. जेल चौक के निवासी मो. अमजद कमाल द्वारा जांच रिपोर्ट पर असंतोष व्यक्त किए जाने और निगरानी विभाग में शिकायत दर्ज कराने के बाद यह कार्रवाई की जा रही है.निगरानी विभाग की शिकायत पर संज्ञान लेते हुए विभाग ने रांची के जिलाधिकारी (डीएम) को पत्र लिखकर मामले की गहन जांच का अनुरोध किया था. इसके आलोक में डीएम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए तीन सदस्यीय जांच कमेटी का गठन किया है. इस कमेटी को तत्कालीन एसडीओ पूर्वी पर लगे रिश्वत के आरोपों की विस्तृत जांच कर रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया गया है.जांच कमेटी की अध्यक्षता अपर समाहर्ता, राजस्व करेंगे, जबकि जिला स्थापना उप समाहर्ता और प्रभारी पदाधिकारी जिला राजस्व प्रशाखा को सदस्य के रूप में नामित किया गया है. डीएम ने कमेटी को सभी बिंदुओं पर तथ्यात्मक जांच करने और अपनी रिपोर्ट जल्द से जल्द प्रस्तुत करने का आदेश दिया है. गौरतलब है कि परिवादी मो. अमजद कमाल ने वर्ष 2022 में तत्कालीन एसडीओ पूर्वी ज्ञान प्रकाश पर 10 लाख रुपये की रिश्वत मांगने और रिश्वत न देने पर एक महत्वपूर्ण कागजात को दबाने का आरोप लगाया था. उस समय भी शिकायत के बाद जांच कमेटी गठित हुई थी, लेकिन बाद में अपर समाहर्ता, विभागीय जांच ने तत्कालीन एसडीओ को क्लीन चीट दे दिया था. इस क्लीन चीट पर परिवादी ने गहरा असंतोष व्यक्त करते हुए दोबारा जांच की मांग की थी, जिसके परिणामस्वरूप अब यह नई जांच कमेटी गठित की गई है. इस घटनाक्रम से एक बार फिर तत्कालीन एसडीओ पूर्वी पर लगे आरोपों की सत्यता की पड़ताल की जाएगी
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