रेलवे के पार्सल विभाग का हाल, अपना क्षतिग्रस्त सामान देख कर चौंक गए पीड़ित
वरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुर
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रेलवे पार्सल सेवा के माध्यम से भेजा गया अपना सामान परिवार को बुरी हालत में मिला है. पीड़ित ने बताया कि न केवल सामान टूटा-फूटा था, बल्कि उन्हें लोडिंग के नाम पर रसीद के अलावे दोगुना खर्च भी करना पड़ा. रवि प्रकाश ने इस संदर्भ में रेल मंत्री से लेकर अधिकारियों को तस्वीरों और साक्ष्य के साथ टैग कर कड़ी शिकायत की. उन्होंने 22 अप्रैल को जगदलपुर से मुजफ्फरपुर के लिए लगेज में बेड से लेकर घरेलू सामान रेलवे के पार्सल विभाग के माध्यम से भेजने के लिए बुकिंग किया. बीते शनिवार को जब सामान मिला तो यह देखकर हैरान रह गए कि कई सामान क्षतिग्रस्त थे. कुछ नाजुक वस्तुएं पूरी तरह से टूट चुकी थीं. जबकि इससे पहले इंटरसिटी से लेकर मौर्य और वैशाली एक्सप्रेस कई ट्रेन में उनका सामान घूमता रहा. बताया कि बुकिंग के दौरान 11 हजार के रसीद से सामान भेजा और हर जगह सामान उतारने और चढ़ाने के नाम पर करीब 15 हजार रुपए नाजायज खर्च हुआ. इस घटना से नाराज पीड़ित ने रेलवे प्रशासन पर लापरवाही और मनमानी का आरोप लगाया है. उन्होंने क्षतिग्रस्त सामान और अधिक लोडिंग शुल्क की वसूली के संबंध में संबंधित अधिकारियों से शिकायत दर्ज कराने की बात कही है.
लोगों के लिए सबक
यह घटना उन लोगों के लिए एक सबक है, जो रेलवे पार्सल सेवा का उपयोग करते हैं. सामान भेजते समय उसकी उचित पैकिंग सुनिश्चित करना और लोडिंग शुल्क आदि के बारे में पहले से जानकारी प्राप्त करना महत्वपूर्ण है. यह घटना रेलवे पार्सल सेवा की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाती है. रेलवे प्रशासन की ओर से अभी तक इस मामले पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है.
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