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दाखिल-खारिज पर रोक के बाद रुकी थी फ्लैटों की खरीद-बिक्री,
अभी प्रतिदिन हो रही हैं तीन से चार फ्लैटों की रजिस्ट्री
::: खर्च बचाने के लिए एग्रीमेंट की बजाय सीधे रजिस्ट्री करा रहे हैं बिल्डर
वरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुर
अपार्टमेंट और फ्लैटों की दाखिल-खारिज पर लगी रोक के बाद ठप पड़ी खरीद-बिक्री की गतिविधियां एक बार फिर से शुरू हो गयी हैं. हालांकि, भूमि एवं राजस्व विभाग की ओर से दाखिल-खारिज की प्रक्रिया अभी भी शुरू नहीं की गयी है, लेकिन रजिस्ट्री कार्यालय में प्रतिदिन तीन से चार फ्लैटों की रजिस्ट्री हो रही है. इससे पहले दाखिल-खारिज पर लगी रोक के कारण अचानक रजिस्ट्री की प्रक्रिया रुक गई थी, जिससे खरीदारों में निराशा छा गयी थी. रजिस्ट्री कार्यालय के सूत्रों के अनुसार, अब फ्लैटों की रजिस्ट्री की संख्या में धीरे-धीरे इजाफा हो रहा है. हालांकि, रजिस्ट्री से पहले होने वाला एग्रीमेंट लगभग न के बराबर हो रहा है. पहले जब लोग फ्लैट बुक कराते थे, तब दो फीसदी स्टांप शुल्क जमा कर रजिस्टर्ड एग्रीमेंट कराते थे. लेकिन, अब अनावश्यक खर्च से बचने के लिए ज्यादातर बिल्डर सीधे रजिस्ट्री ही करा रहे हैं. जानकारों का मानना है कि दाखिल-खारिज पर लगी रोक के कारण खरीदार सीधे रजिस्ट्री कराने को प्राथमिकता दे रहे हैं, ताकि उन्हें मालिकाना हक जल्द मिल सके. हालांकि, दाखिल-खारिज की प्रक्रिया शुरू न होने से खरीदारों को भविष्य में कुछ परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है. बहरहाल, फ्लैटों की रजिस्ट्री दोबारा शुरू होने से रियल एस्टेट सेक्टर में थोड़ी हलचल जरूर आयी है और खरीदारों में एक नयी उम्मीद जगी है. अब देखना यह है कि भूमि एवं राजस्व विभाग दाखिल-खारिज की प्रक्रिया कब शुरू करता है, जिससे खरीद-बिक्री की प्रक्रिया और सुगम हो सके.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है