:: भावुक हुई मां को बेटे के शहादत पर गर्व और गोद सुनी होने का है मलाल प्रतिनिधि, कुढ़नी देश कारगिल युद्ध का 26वां विजय वर्ष मना रहा है. देश की सेना 1999 के कारगिल युद्ध में शहीद हुए वीर जवानों के परिजन को सम्मानित कर उनका हृदय से आभार व्यक्त कर रहा है. इसी के तहत 08 माउंटेन ड्यू के निर्देश पर सेना में लांस नायक के पद पर तैनात मो. मुर्शीद आलम शहीद प्रमोद के कुढ़नी प्रखंड अंतर्गत माधोपुर सुस्ता स्थित घर पर पहुंचे. लांस नायक ने शहीद प्रमोद की बुजुर्ग मां दौलती देवी को मोमेंटो के साथ जीओसी का डीओ लेटर देकर सम्मानित किया. लांस नायक ने प्रमोद के सर्वोच्च बलिदान के लिए मां और उनके परिजन के प्रति आभार जताया. यहां तक कि लांस नायक ने मिले निर्देश के मुताबिक दौलती देवी का व्यक्तिगत हालचाल पूछा. लांस नायक ने कहा, मां जी-किसी तरह का कोई दिक्कत है या नहीं, अगर है तो बताइए. बेटे के शहादत के बाद से अबतक सेना की ओर से मिल रहे सम्मान से भावुक हो गई. बोली गोद सुनी होने का मलाल तो है, पर देश के लिए बेटे के शहीद होने का गर्व मुझे आज भी है. मां दौलती देवी देश के लिए शहीद हुए सभी वीर जवानों को याद कर भावुक हो गई. जानकारी हो कि 1999 के कारगिल युद्ध में 30 मई को माधोपुर सुस्ता के रहनेवाले प्रमोद कुमार दुश्मनों से लोहा लेते हुए वीरगति को प्राप्त हुए थे. इस युद्ध में प्रमोद जैसे वीर जवानों के बल पर पाकिस्तान को चारों खाने परास्त कर विजय तिरंगा फहराया था. मौके पर शहीद प्रमोद के बड़े भाई श्यामनंदन यादव, दिलीप कुमार, दीपक कुमार, मंजू देवी, स्मिता देवी, नीता लता, कृष अभिनव, सुशांत देव, राहुल, प्रशांत कुमार सहित अन्य परिजन मौजूद रहे.
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