:: आठ दिन बाद निजी चिकित्सक ने कहा- टूटा नहीं, घाव है वरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुर बसौली निवासी रागिनी देवी के तीन साल के पुत्र दिपांशु का कंधा टूटे बिना ही एसकेएमसीएच में प्लास्टर कर दिया गया. जब बच्चे की हालत खराब हुई और कंधा फूल गया तो मां ने एसकेएमसीएच दिखाने गई. उसके बाद बच्चे को फिर एक दवा देकर वापस कर दिया गया. जब बच्चे का कंधा अधिक फूलने लगा तो मां रागिनी देवी ने जूरन छपरा के एक निजी चिकित्सक से दिखाया. उसने बच्चे के कंधे का फिर एक्सरे कराया और टूटा नहीं बताया. उसने कहा कि कंधे पर चोट के कारण फूल गया है. मामला उजागर होने पर पुत्र दिपांशु की मां रागिनी देवी ने अधीक्षक कुमारी विभा से जाकर मिली. उन्होंने इस मामले की जांच की बात कही है. इधर बच्चे की मां रागिनी देवी ने बताया कि उसका बच्चे खेलते वक्त गिर गया था. उसके बाद वह तीन मई को एसकेएमसीएच पहुंची. जहां चिकित्सक ने एक्सरे करने की बात कहीं. एक्सरे करने पर बच्चे का कंधे को टूटा बताया गया. इसके बाद चिकित्सक ने प्लास्टर कर दिया. लेकिन दस मई को बच्चे का कंधा फूल गया और दर्द से कराहने लगा. इसके बाद वह जुरन छपरा स्थिति एक निजी चिकित्सक से दिखाया. इसके बाद चिकित्सक ने फिर से एक्सरे कराया और कंधे को टूटा नहीं बताया और घाव बताया. चिकित्सक ने कहा कि उसका ऑपरेशन करना पड़ेगा, इसके बाद घाव ठीक होगा. इसके बाद रागिनी देवी अपने तीन साल के पुत्र को लेकर एसकेएमसीएच के अधीक्षक के पास पहुंची. उसने एसकेएमसीएच में हुए एक्सरे दिखाने और गलत प्लास्टर करने की बात कही. अधीक्षक ने आश्वासन दिया कि उसके पुत्र का इलाज बेहतर होगा.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है