न्यायिक दंडाधिकारी विनय कुमार ने लिया संज्ञान मास्टरमाइंड सचिंद्र शर्मा उर्फ दादा, अमित कुमार उर्फ लव व सोनू मुस्कान पर बेला पुलिस ने 29 अक्तूबर, 2024 को कोर्ट में किया था चार्जशीट दाखिल संवाददाता, मुजफ्फरपुर रेलवे में स्पाॅर्ट्स कोटा से नौकरी दिलवाने के नाम पर फर्जीवाड़ा कर बेरोजगारों से ठगी का कई राज्यों में रैकेट संचालित कर रहे आरोपित सचिंद्र शर्मा उर्फ दादा, सोनू मुस्कान और अमित कुमार उर्फ लव के विरुद्ध न्यायिक दंडाधिकारी प्रथम श्रेणी विनय कुमार ने भादवि की धारा -420, 467, 468, 471, 472, 120 बी /34 मे संज्ञान लेते हुए मामले की सुनवाई के लिए 11 अप्रैल की तिथि निर्धारित की है. सचिंद्र शर्मा उर्फ दादा अमित कुमार उर्फ लव एवं भजन गायिका सोनू मुस्कान के विरुद्ध बेला पुलिस ने भादवि की धारा – 420, 467, 468, 471, 472, 120 बी/34 के तहत 29 अक्तूबर, 2024 को कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की थी, तब से यह मामला संज्ञान के बिंदू पर सुनवाई के लिए चल रहा था. ब्रह्मपुरा थाना क्षेत्र के किला बांध निवासी सचिंद्र शर्मा अभी जेल में बंद है. वहीं बोकारो के सेक्टर 12 थाना के 61 डी आदर्श कॉपरेटिव कॉलोनी निवासी अमित कुमार उर्फ लव एवं सोनू मुस्कान जमानत मिलने के बाद से जेल से बाहर हैं. सचिंद्र शर्मा मूल रूप से औराई के भरथुआ गांव के निवासी हैं. चार्जशीट में स्पष्ट किया गया था कि सचिंद्र शर्मा बेरोजगारों से ठगी करने के बाद उसे फर्जी ज्वाइनिंग लेटर देता था. झांसा देने के लिए पश्चिम बंगाल के वर्धमान रेलवे स्टेशन और सासाराम रेलवे जंक्शन के पास फर्जी ट्रेनिंग सेंटर खोल रखा था. इस फर्जी ट्रेनिंग सेंटर में लोको पायलट की ट्रेनिंग दी जाती थी. फर्जीवाड़ा रैकेट में शामिल दानापुर रेलवे जंक्शन के कर्मचारी कबीर और वर्धमान जंक्शन के कर्मचारी बिंदा बिहारी वर्मा व अन्य की संलिप्तता की अभी पुलिस पूरक जांच कर रही है. इन दाेनों के सत्यापन के लिए बेला पुलिस की टीम लगी है. वहीं अब तक बेला पुलिस सासाराम में ठगी के शिकार अभ्यर्थियों को प्रशिक्षण देने वाले शातिर की पहचान नहीं कर पाई है. ट्रेनिंग देने वाला शातिर भी रेलवे का कर्मचारी बताया जा रहा है. सासाराम के प्रशिक्षण केंद्र से पुलिस ने आपत्तिजनक रेलवे के गोपनीय कागजात भी जब्त किये थे.
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