: प्रतिबंधित होने के बावजूद ऑन डिमांड हो रही सप्लाई
क्या है ई- सिगरेट
ई- सिगरेट (इलेक्ट्रॉनिक सिगरेट) यह बैटरी से चलने वाला उपकरण है. यह तरह निकोटिन और फ्लेवरिंग को गर्म करके धुआं बनाता है जिसे स्मोक करने वाले व्यक्ति सांस के माध्यम से अंदर लेते हैं. ई- सिगरेट में एक बैटरी जो उपकरण को ऊर्जा देती है. एटमाइजर जो तरल को गर्म करके वाष्प बनाता है. इसके अलावा तरल कार्ट्रिज इसमें निकोटिन फ्लेवरिंग और अन्य रसायन होते हैं. सेहत के लिए बहुत खतरनाक है ई- सिगरेट: सांस लेने में परेशानी, खांसी और गले खराश पैदा करती है. साथ ही वेपिंग से आंख गले और नाक में जलन होती है.
: ई- सिगरेट से फेफड़ों में जलन, सूजन और नुकसान हो सकता है. हृदय रोग का खतरा बढ़ जाता है. इसमें निकोटिन होता है जो अत्यधिक नशे की लत है और मस्तिष्क को नुकसान पहुंचा सकती है.
: इसमें कार्सिनोजेन भी होती है जो कैंसर के खतरे को बढ़ाती है. इसके उपयोग से आंखों से कम दिखाई देना , इम्युनिटी कमजोर होना और स्किन से जुड़ी समस्या के साथ अन्य स्वास्थ्य संबंधित जोखिम को बढ़ाता है.2019 में पूरे देश में लगा था बैन
18 सितंबर 2019 को पूरे देश में ई- सिगरेट पर बैन सरकार ने लगा दिया था. इसके उत्पाद , निर्माण , आयात, निर्यात, भंडारण, वितरण और परिवहन पर निषेध अधिनियम के तहत प्रतिबंध लगाया गया है. इसका उल्लंघन करने पर एक वर्ष तक सजा कैद या एक लाख तक का जुर्माना हो सकता है. ई- सिगरेट के भंडारण पर छह महिने की कैद या 50 हजार का जुर्माना हो सकता है.
बयान ई- सिगरेट पीने से गंभीर बीमारी से ग्रसित हो सकते हैं. निकोटिन मस्तिष्क के विकास को प्रभावित करता है जिससे ध्यान, स्मृति और निर्णय क्षमता में बाधा आती है. इसके सेवन से हृदय और फेफड़े संबंधित बीमारी को बढ़ावा देती है. युवाओं को ई- सिगरेट के लिए बचना चाहिए.डॉ. नवीन कुमार, फिजिशियन
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