उपमुख्य संवाददाता, मुजफ्फरपुर अयोध्या प्रसाद खत्री साहित्यिक सेवा संस्थान के तत्वावधान में रविवार को गोला रोड स्थित गांधी पुस्तकालय सभागार में कवि गोष्ठी आयोजित की गयी. अध्यक्षता सत्येंद्र कुमार सत्यन, मंच संचालन प्रमोद नारायण मिश्र और धन्यवाद ज्ञापन डॉ आलोक कुमार अभिषेक ने किया. इस मौके पर कवियों ने अपनी रचनाओं से लोगों को मुग्ध कर दिया. ओमप्रकाश गुप्ता ने गीता की अमर कथा गांधी की टंकार है शांति का संदेश है यह युद्ध की हुंकार है, आलोक कुमार अभिषेंक ने जन्मा है तूने मुझको यहां हर बात तू यूं ही जन्म देना ऐ मां तेरी जीवन भर सेवा करूं ऐसा ही मेरा कर्म देना सुना कर तालियां बटोरी. अंजनी कुमार पाठक ने जब-जब कष्ट होता है मां की याद आती है, सुमन कुमार मिश्रा ने जिसके चरण शरण स्वर्ग हो वह तो बस मां होती है रचनाओं से श्रोताओं की सराहना ली. इस मौके पर अश्वनी कुमार मधेशिया, सत्येंद्र कुमार सत्यम, प्रमोद नारायण मिश्रा, अशोक भारती, अरुण कुमार तुलसी, दीन बंधु आजाद, जगदीश शर्मा, प्रो रेखा जायसवाल, रामवृक्ष राम चकपुरी, डॉ शिबगतुल्लाह हमीदी, शुभ नारायण शुभंकर, गणेश प्रसाद, मुकेश पासवान, मोहन प्रसाद सिन्हा, मुनचुन कुमार, अजय कुमार व राणा देवी दयाल ने भी रचनाएं सुनायी. अंत में साहित्यकार डॉ रामेश्वर प्रसाद के निधन पर एक मिनट का मौन रख कर श्रद्धांजलि दी गयी
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है