जंक्शन पर निरीक्षण के दौरान बताया कि पुनर्विकास योजना का करीब 60 फीसदी काम पूरा
वरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुर
मुजफ्फरपुर जंक्शन का बहुप्रतीक्षित विश्व-स्तरीय पुनर्विकास कार्य अगले 15 महीनों में पूरा हो जाएगा. यह जानकारी शुक्रवार को रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष सह सीइओ सतीश कुमार ने जंक्शन के निरीक्षण के दौरान दी. उन्होंने बताया कि अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत चल रहे इस कार्य का लगभग 60 फीसदी निर्माण कार्य पूरा हो चुका है. अपने निरीक्षण के दौरान, सतीश कुमार ने सर्कुलेटिंग एरिया में बन रही मुख्य बिल्डिंग सहित पूरे प्रोजेक्ट के नक्शे का बारीकी से मुआयना किया और अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए. उन्होंने निर्माण कार्य की प्रगति पर संतोष व्यक्त करते हुए कहा कि कार्य बेहतरीन तरीके से चल रहा है. हालांकि, उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि मुजफ्फरपुर जंक्शन एक ग्रीन फील्ड प्रोजेक्ट नहीं है, जिस कारण योजना को पूरा करने में थोड़ी देरी हो रही है. निरीक्षण के दौरान इसीआर के महाप्रबंधक छत्रसाल सिंह, डीआरएम सोनपुर विवेक भूषण सूद, डीआरएम समस्तीपुर विनय श्रीवास्तव, स्टेशन डायरेक्टर रवि शंकर महतो, स्टेशन अधीक्षक अखिलेश सिंह, सीसीआइ नीरज पांडेय, ट्रैफिक इंस्पेक्टर नवीन कुमार, आरपीएफ इंस्पेक्टर मनीष कुमार, डिप्टी एसएस कॉमर्शियल मृत्युंजय शर्मा सहित जोन व मंडल के लगभग अधिकारी उपस्थित थे.
मुजफ्फरपुर-देवघर: वंदे भारत व नमो भारत की भी संभावना
मुजफ्फरपुर से देवघर के लिए वंदे भारत ट्रेन चलाने की संभावना पर पूछे गए सवाल के जवाब में रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष ने आश्वस्त किया कि आने वाले दिनों में नमो भारत और वंदे भारत ट्रेनें सभी प्रमुख रूटों पर उपलब्ध होंगी. उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि अधिक से अधिक ट्रेनें चलाने के लिए दोहरीकरण आवश्यक है. उन्होंने स्पष्ट किया कि राशि की कोई कमी नहीं है, और अधिकारियों को आवश्यक प्रस्ताव भेजने के निर्देश दिए गए हैं. यह टिप्पणी बिहार और झारखंड के बीच कनेक्टिविटी में सुधार की उम्मीद जगाती है.समय सीमा में उच्च गुणवत्ता के साथ निर्माण पर जोर
अमृत भारत स्टेशन योजना के अंतर्गत चल रहे पुनर्विकास कार्यों की प्रगति की भी समीक्षा की और संबंधित अधिकारियों को निर्धारित समय सीमा में उच्च गुणवत्ता के साथ निर्माण कार्य पूरा करने का निर्देश दिया. जंक्शन के निरीक्षण के अलावा रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष ने विंडो ट्रेलिंग के माध्यम से कई अन्य महत्वपूर्ण स्टेशनों का भी जायजा लिया. इस दौरान उन्होंने जीवधारा, चकिया, मोतीपुर, भगवानपुर, हाजीपुर व पाटलिपुत्र स्टेशनों का सघन निरीक्षण किया. उनके इस व्यापक दौरे का मुख्य उद्देश्य रेल खंड पर संरक्षा सुनिश्चित करना था. उन्होंने मानसून प्रीकॉशन्स, सिग्नलों की दृश्यता, रेलवे ट्रैक के रख-रखाव, ट्रैक की समुचित बैलास्टिंग, ट्रैक स्क्रीनिंग, ओवरहेड ट्रैक्शन व एलाइनमेंट और ट्रैक फिटिंग्स सहित विभिन्न पहलुओं का मूल्यांकन किया. उन्होंने इन स्टेशनों पर यात्री सुविधा, स्वच्छता एवं सुरक्षा का भी जायजा लिया.दीपक – 1 से 4डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है