Samastipur News:उजियारपुर : प्रखंड के पतैली पश्चिमी पंचायत के सूरजपुर गांव स्थित उत्क्रमित मध्य विद्यालय की कुछ छात्राएं अचानक बीमार हो गई. इससे स्कूल के छात्रों में अफरातफरी मच गई. आनन फानन में बीमार छात्राओं को उजियारपुर सीएचसी में ले जाकर उनका उपचार कराया गया. बच्चों के अचानक तबियत बिगड़ने की वजह विद्यालय में गंदगी और सूक्ष्म कीटों की भरमार बताया गया है. घटना गुरुवार को टीफिन के बाद की बताई गई है. जानकारी के अनुसार बताया गया है कि गुरुवार को शिक्षिका शिल्पी कुमारी आठवीं कक्षा के छात्रों को अपर फ्लोर के वर्ग कक्ष में क्लास लेने गई. वह वर्ग कक्ष काफी समय से बंद पड़ा था. छात्रों के बैठने के साथ ही उनके शरीर में खुजलाहट के साथ चकत्ते आने लगे और जी मिचलाना जैसी अनुभूति करने लगे. जिसे देख छात्र भी घबरा कर चिल्लाने लगे. इसके बाद शिक्षकों की सूचना पर उजियारपुर से एम्बुलेंस बुलाकर बीमार छात्रों को अस्पताल पहुंचाया गया. इसके दूसरे दिन शुक्रवार को भी प्रार्थना के समय ही कुछ छात्राओं ने इसी तरह खुजलाहट से परेशान हो गये. इधर, जब अभिभावकों को यह बात पता चला तब वे स्कूल परिसर में पहुंच कर हंगामा करना शुरू कर दिया. वे शिक्षकों के प्रति नाराजगी जताते हुए साफ-सफाई पर ध्यान नहीं देने का आरोप लगा रहे थे. ग्रामीण यह भी बता रहे थे कि बच्चों के बीमार होने पर सभी शिक्षक बारी-बारी से विद्यालय छोड़ कर एक व्यक्ति के घर पर चले गये. सूचना पर बीईओ विशाल कुमार ने स्कूल के एचएम भुनेश्वर राम से कारण बताओ नोटिस जारी कर घटनाक्रम के बारे में स्पष्टीकरण देने को कहा गया है. वहीं एक बुजुर्ग ग्रामीण ने बताया कि स्कूल के शिक्षकों को कमरे की अच्छी तरह साफ-सफाई कराई गई होती तो बच्चे बीमार नहीं पड़ते. उन्होंने कहा कि विद्यालय के छत से सटे एक विशाल शिरिष्ठ का पेड़ है. जिसकी डाली छत पर झूलता है. इससे मकड़ी आदि कीट जाल लगाये हैं. इसी के संपर्क में आने से बच्चों की तबियत बिगड़ गई. वहीं स्थानीय लोगों ने कहा कि विद्यालय परिसर में आसपास के लोगों का मवेशी भी आते हैं और गंदगी करते हैं.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है