मुजफ्फरपुर. जिले के पीएचसी में चिकित्सकों की कमी है. इसे पूरा करने के लिये सिविल सर्जन डॉ अजय कुमार ने मुख्यालय को पत्र लिखा है. पत्र में कहा है कि एइएस से बच्चे पीड़ित होने लगे हैं. ऐसे में एइएस के इलाज के लिये ओपीडी चलाना मुश्किल हो रहा है. अगर एइएस के प्रशिक्षण के लिये चिकित्सकों को भेजते हैं और उन्हें एइएस वार्ड में इलाज के लिये तैनात करते हैं तो ओपीडी वह नहीं कर सकते हैं. ओपीडी में जिनकी ड्यूटी रहेगी, वह एइएस वार्ड में कैसे ड्यूटी करेंगे. अगर चिकित्सकों की टीम एइएस इलाज के लिये भेजे जाते हैं तो ओपाीडी सुचारू रुप से चलेगा. एइएस वार्ड के लिये अलग चिकित्सक रहेंगे. सीएस ने कहा कि वह पीएचसी का निरीक्षण कर रहे हैं. वहीं चिकित्सकों की ड्यूटी रोस्टर भी जांच कर रहे हैं. रोस्टर के अनुसार जो ओपीडी में चिकित्सक हैं. वही एइएस वार्ड में भी तैनात किये गये हैं. ऐसे में दोनों जगह चिकित्सक ड्यूटी रोस्टर के अनुसार नहीं कर पा रहे हैं.
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