: मिठनपुरा थाना क्षेत्र के खादी भंडार चौक की घटना : आक्रोशित लोगों ने दो घंटे तक सड़क को रखा जाम : नगर डीएसपी वन व थानेदार के पहल पर बवाल खत्म : पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम को भेजा संवाददाता, मुजफ्फरपुर मिठनपुरा थाना क्षेत्र के खादी भंडार चौक पर रविवार की रात स्मैकियर ने बाइक से 10 साल की मासूम बच्ची खुशी कुमारी को ठोकर मार दिया. इलाज के दौरान बच्ची ने सोमवार को दम तोड़ दिया. घटना से आक्रोशित लोगों ने शव को बीच सड़क पर रखकर खादी भंडार चौक को जाम कर दिया. टायर जलाकर प्रदर्शन करने लगे. बच्ची के पिता ठोकर मारने वाले बाइक सवार की गिरफ्तारी व उचित मुआवजा की मांग कर रहे थे. सड़क जाम के दौरान असामाजिक तत्व के लड़के भी पहुंच गए. पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करने लगा. साथ ही राहगीरों के गाली- गलौज व धक्का- मुक्की करने लगा. बवाल की सूचना मिलने के बाद नगर डीएसपी वन सीमा देवी व मिठनपुरा थानेदार इंस्पेक्टर जन्मेजय राय पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे. काफी मशक्कत के बाद आक्रोशित लोगों को समझा- बुझा कर मामले को शांत कराया गया. फिर, शव का पंचनामा तैयार करके उसके कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए एसकेएमसीएच भेज दिया. जानकारी के अनुसार, मुकेश चौधरी अहियापुर थाना क्षेत्र के जमालाबाद के रहने वाले हैं. वर्तमान में अपने परिवार के साथ खादी भंडार चौक पर किराये के मकान में रह रहे हैं. उसकी 10 साल की बेटी खुशी कुमारी रविवार की रात दस बजे साइकिल से दवा लेने के लिए निकली थी. जैसे ही वह दवा दुकान के पास पहुंची कि सामने से तेज गति से आ रही बाइक ने उसको ठोकर मार दिया. ठोकर लगने के बाद बच्ची उछल कर एनएच पर सिर के बल गिर गयी. जब तक स्थानीय लोग जुटते बाइक को मौके पर छोड़कर उसका मालिक फरार हो गया. सड़क हादसे की सूचना मिलने के बाद पुलिस आयी थी. बाइक को जब्त कर थाने ले गयी. आक्रोशित लोगों का आरोप था कि ठोकर मारने वाला स्मैकियर स्थानीय ही है. जिस समय उसने बच्ची को ठोकर मारी वह स्मैक के नशे में धुत था और उसकी बाइक की स्पीड 80 से ऊपर थी. उसकी बाइक जब्त की गयी है. लेकिन, अब तक आरोपी पकड़ा नहीं गया है. :: डेड बॉडी को वेंटिलेटर पर रखकर 70 हजार वसूलने का आरोप मृत बच्ची के मकान मालिक सुमित कुमार का आरोप था कि घटना के बाद वह जख्मी खुशी को इलाज के लिए पास के ही एक निजी अस्पताल में ले गया. लेकिन, हालत गंभीर होने के कारण उसको एसकेएमसीएच रेफर कर दिया. वहां पहुंचने पर डॉक्टर पटना रेफर कर दिए. लेकिन, एंबुलेंस चालक उसको अपने जाल में फंसाकर उसको अहियापुर के ही एक निजी अस्पताल में भर्ती करवा दिया. रात 12 बजे से इलाज शुरू किया. देर रात दो बजे अहियापुर पुलिस को बुला कर उससे एक फॉर्म साइन करवाया. वे लोग बच्ची का एक झलक दिखलाने का जिद कर रहे थे. लेकिन, नहीं दिखाया. डेड बॉडी को वेंटिलेटर पर रखकर गरीब आदमी से 70 हजार रुपये फीस वसूल लिया. :: बेटी के शव से लिपट कर बार- बार बेहोश हो रही थी मां मुकेश चौधरी खादी भंडार चौक के पास ही नाश्ता का दुकान चलाता है. साथ ही समय- समय पर बाइक की रिपेयरिंग का भी काम करता है. उसकी पत्नी बीच सड़क पर बेटी के शव से लिपट कर बार- बार बेहोश हो रही थी. उसकी मां व परिवार के अन्य सदस्य उसके मुंह पर पानी मारकर होश में ला रही थी. बयान:: मिठनपुरा थाना के पास एक्सीडेंट में 10 साल की बच्ची की मौत हो गयी थी. कुछ देर के लिए सड़क जाम किया गया था. परिजन पोस्टमार्टम कराये बिना ही मुआवजा की मांग कर रहा था. उनको समझाया गया कि पोस्टमार्टम के बाद ही मुआवजे की प्रक्रिया होगी. इसके बाद जाम समाप्त हो गया. सीमा देवी, नगर डीएसपी वन
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