माधव – 6 से 12 —-13 से 16
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दूसरे दिन ही यात्रियों को झेलनी पड़ी परेशानी, जलजमाव और खाली सीटों ने बढ़ाई चिंता
वरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुर
पाटलिपुत्र से गोरखपुर जाने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस (गाड़ी संख्या 26501) को परिचालन के दूसरे दिन ही यात्रियों की असुविधा का सामना करना पड़ा. प्लेटफॉर्म बदलाव, जलजमाव और खाली सीटों ने ट्रेन के प्रीमियम दर्जे पर सवाल खड़े कर दिए हैं. सोमवार को शाम पांच बजे पाटलिपुत्र स्टेशन पर वंदे भारत एक्सप्रेस को निर्धारित प्लेटफॉर्म-7 की बजाय प्लेटफॉर्म-8 पर लिया गया. यह बदलाव एक पैसेंजर ट्रेन के प्लेटफॉर्म-7 पर पहले से लगे होने के कारण किया गया. यात्रियों के लिए अचानक हुआ बदलाव परेशानी का सबब बना. खासकर तब जब प्लेटफॉर्म-8 पर जलजमाव और भारी कचरे का अंबार लगा था. दूसरी ओर प्लेटफॉर्म पर शेड और इंडिकेशन बोर्ड नहीं होने से भी काफी परेशानी हुई.ट्रेन आने से ठीक पहले पानी निकालने पहुंचे सफाई कर्मी
दोपहर में हुई भारी बारिश के कारण प्लेटफॉर्म-8 पर पानी भर गया था. वंदे भारत जैसी प्रीमियम ट्रेन के आगमन से ठीक पहले कुछ सफाईकर्मियों को तो लगाया गया, लेकिन पानी निकासी की कोई पुख्ता व्यवस्था नहीं होने के कारण स्थिति जस की तस बनी रही. यात्रियों को परेशानियों से गुजरकर ट्रेन में सवार होना पड़ा, जिससे उन्हें खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ा. परिचालन के दूसरे दिन ही इस तरह की अव्यवस्था ने रेलवे प्रशासन की तैयारियों पर प्रश्न चिह्न लगा दिया है.गोरखपुर के लिए चेयर कार की 200 सीटें खाली
परिचालन के दूसरे दिन चेयर कार में यात्रियों की संख्या में भी गिरावट दर्ज की गयी. जानकारी के अनुसार, पाटलिपुत्र से चलकर मुजफ्फरपुर शाम 5 बजे पहुंचने से पहले तक मुजफ्फरपुर से गोरखपुर तक की यात्रा के लिए चेयर कार की करीब 200 सीटें खाली थी. यह स्थिति वंदे भारत जैसी बहुचर्चित और प्रीमियम ट्रेन के लिए चिंताजनक है. यात्रियों के अनुसार रेलवे को न केवल बुनियादी ढांचे में सुधार पर ध्यान देना होगा, बल्कि यात्रियों की सुविधा और ट्रेन की लोकप्रियता बनाए रखने के लिए खाली सीटों की समस्या पर भी गौर करना होगा. यदि यही स्थिति बनी रही, तो प्रीमियम किराए के साथ वंदे भारत का आकर्षण बनाए रखना मुश्किल होगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है