इंफ्रास्ट्रक्चर एप पर एचएम अपलोड करेंगे डिमांड आधारभूत संरचना संग जरूरी चीजों की नहीं दिक्कत वरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुर सरकारी स्कूलों में आधारभूत संरचना के साथ-साथ जरूरी चीजों की दिक्कत नहीं होगी. प्रधानाध्यापक खुद स्कूलों का सर्वे कर उसकी रिपोर्ट इ-शिक्षा पोर्टल पर अपलोड करेंगे.प्रधानाध्यापक तय करेंगे कि क्या-क्या आवश्यकता है. स्कूलों के इंफ्रास्ट्रक्चर को लेकर एप अपलोड किया है. इ-शिक्षा कोष पर एप अपलोड किया गया है. प्रधानाध्यापक स्कूल में भवन व शौचालय की आवश्यकता,बिजली उपकरण, बेंच-डेस्क, बाउंड्री वाल सहित अन्य चीजों की जानकारी व जरूरत दोनों इ-शिक्षा कोष पोर्टल पर उपलब्ध करायेंगे. इसके बाद निरीक्षण के दौरान अधिकारी डाटा से उसका मिलान करेंगे. अगर इसमें किसी भी प्रकार की गड़बड़ी होने पर मुख्यालय स्तर से एक्शन होगा. शिक्षकों का कहना है कि विभाग के इस निर्णय से निश्चित तौर पर स्कूलों की सुविधाएं बढ़ेंगी. दूसरी ओर आवश्यकता के अनुसार काम होगा. अब तक विभाग अपने स्तर से काम तय करते थे. गाइडलाइन के अनुसार उनकी रिपोर्ट का सत्यापन जिला पदाधिकारी के माध्यम से होगा. इसके बाद उनकी रिपोर्ट बिहार राज्य शैक्षिक आधारभूत संरचना विकास निगम को भेजी जायेगी. इसके बाद आधारभूत संरचना निर्माण को लेकर काम करेगी. पिछले दिनों निरीक्षण रिपोर्ट के आधार पर जब प्राक्कलन तैयार कर स्कूलों का जायजा लिया गया तो कई जिले में कमियां पायी गयी थीं. इसके कारण आधारभूत संरचना के निर्माण में देरी हुई. ऐसे हालात में शिक्षा विभाग ने स्कूल के प्रधानाध्यापकों को जिम्मेवारी दी गयी है.
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