वरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुर गर्मी बढ़ने के साथ लोगों के स्वास्थ्य पर भी असर पड़ रहा है. गर्मी जैसे-जैसे अपना प्रभाव दिखा रही है, मानसिक रोगियों की परेशानी बढ़ रही है. मानसिक रोगियों को नींद नहीं आ रही है तो चिड़चिड़ापन बढ़ रहा है. छोटी-छोटी बात पर उग्र हो रहे हैं. यहां तक भूख भी नहीं लग रही है और काम में भी मन नहीं लग रहा है. सदर अस्पताल के मानसिक ओपीडी में 10 से 15 फीसदी नये मरीज आ रहे हैं. हर तीन माह में मनोचिकित्सक की ओपीडी ढाई हजार तक रहती है. मनोचिकित्सक के पास रोजाना 35 से 40 मरीज आ रहे हैं. वर्ष 2023-24 की बात करें तो मनोचिकित्सक की ओपीडी में उपचार के लिए 10081 मरीज आए हैं. इस साल जनवरी से मार्च माह तक ही 2140 मरीज आ चुके हैं. चिकित्सकों के मुताबिक गर्मी के कारण रोगियों की मानसिक स्थिरता प्रभावित होती है. पहले ठीक हो चुके रोगियों पर भी असर पड़ रहा है. मनोचिकित्सक का कहना है कि अगर घबराहट रहती है, डर लगता है, बेचैनी, शरीर में कंपन रहना, दिल की धड़कन बढ़ना, तनाव महसूस करना, सिर में दर्द, हाथ-पैर में पसीना आता है या फिर बार-बार ये मन में आता है कि बुरा होने वाला है तो डॉक्टर से जरूर सलाह लें.
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