पटना: बिहार के सीमांचल क्षेत्र को जल्द ही हवाई संपर्क की सौगात मिलने जा रही है. पूर्णिया शहर से सटे चूनापुर स्थित पूर्णिया एयरपोर्ट से अगस्त 2025 में हवाई सेवा की शुरुआत की योजना है. एयरपोर्ट के निर्माणाधीन सिविल एनक्लेव का कार्य तेजी से अंतिम चरण में है, जिसे आगामी विधानसभा चुनावों को देखते हुए प्राथमिकता दी जा रही है. मुख्य सचिव अमृतलाल मीणा की अध्यक्षता में गुरुवार को एयरपोर्ट परिसर में हुई हाई लेवल बैठक में एयरपोर्ट के काम की समीक्षा की गई. इस बेहद अहम बैठक में अपर मुख्य सचिव एस. सिद्धार्थ सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे. इस दौरान एप्रन, रनवे रोड, एप्रोच रोड और आवागमन मार्ग जैसे महत्वपूर्ण बिंदुओं पर विस्तार से चर्चा हुई।
राज्य का सबसे लंबा रनवे
पूर्णिया एयरपोर्ट पर 9000 मीटर लंबा रनवे बनाया जा रहा है, जो बिहार का सबसे बड़ा रनवे होगा. एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के सीपीएमएस विभाग ने अगले 30 से 40 वर्षों के अनुमानित यात्री भार को ध्यान में रखते हुए इसका आधुनिक डिजाइन तैयार किया है.
वर्ल्ड क्लास सुविधाओं से लैस होगा एयरपोर्ट
इस अत्याधुनिक एयरपोर्ट में एप्रोन, टर्मिनल बिल्डिंग, कार्गो कॉम्प्लेक्स, एसी चिलर प्लांट, एसटीपी, वॉटर व फायर टैंक, इलेक्ट्रिक सब स्टेशन, एविएशन फ्यूल फॉर्म, एडमिन ऑफिस, कमर्शियल प्लाजा, सर्फेस पार्किंग और एयरोब्रिज जैसी सुविधाएं उपलब्ध रहेंगी.
सीमांचल के 13 जिलों को होगा लाभ
पूर्णिया एयरपोर्ट चालू होने से सीमांचल, कोसी और आसपास के कुल 13 जिलों की कनेक्टिविटी मजबूत होगी. यह क्षेत्र, जो अब तक बुनियादी सुविधाओं की कमी से पिछड़ा माना जाता था, अब आर्थिक और औद्योगिक विकास की दिशा में तेजी से आगे बढ़ सकेगा.
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बिहार का चौथा फंक्शनल एयरपोर्ट
पटना, गया और दरभंगा के बाद पूर्णिया बिहार का चौथा बड़ा एयरपोर्ट होगा, जहां से यात्री विमानों का नियमित संचालन किया जाएगा. अगस्त तक निर्माण कार्य पूर्ण करने का लक्ष्य है और सरकार की कोशिश है कि अगले महीने से उड़ान सेवा प्रारंभ हो जाए. पूर्णिया एयरपोर्ट की शुरुआत न केवल सीमांचल की आर्थिक प्रगति में मील का पत्थर साबित होगी, बल्कि पूरे उत्तर-पूर्व बिहार को देश के अन्य हिस्सों से जोड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी.