Bihar Teacher Transfer: बिहार के सरकारी स्कूलों में कार्यरत लगभग 1.20 लाख शिक्षकों के लिए राहत भरी खबर है. राज्य सरकार 27 मई से शिक्षकों के तबादले की बड़ी प्रक्रिया शुरू करने जा रही है. शिक्षा विभाग ने इसे 10 जून तक पूरा करने का लक्ष्य रखा है. इस बार शिक्षकों को पहली बार अंतर जिला और अंतर प्रखंड तबादले का विकल्प मिलेगा, जिससे वे अपनी सुविधा के मुताबिक स्कूल चुन सकेंगे.
गोपनीय और पारदर्शी प्रक्रिया के लिए विशेष सॉफ्टवेयर
शिक्षा विभाग ने तबादले की प्रक्रिया को पारदर्शी और व्यवस्थित बनाने के लिए खास सॉफ्टवेयर तैयार किया है. गुरुवार को सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों (DEO) को इस प्रक्रिया की विशेष ट्रेनिंग दी गई. अगर किसी तकनीकी खामी की आशंका रहती है, तो उसे तुरंत सुधारने का आश्वासन दिया गया है. अगले दो दिनों में सभी जिलों को विस्तृत दिशा-निर्देश भेजे जाएंगे.
स्वेच्छा से तबादले के लिए ऑनलाइन आवेदन, अब मिलेगा स्कूल अलॉटमेंट
इस बार शिक्षक स्वयं अपनी इच्छा से ट्रांसफर के लिए ऑनलाइन आवेदन कर सके हैं. TRE-1, TRE-2, नियोजित, विशिष्ट व अन्य सभी श्रेणियों के शिक्षक जिन्होंने स्थानांतरण के लिए दिसंबर 2024 में आवेदन दिया था, उन्हें अब “ई-शिक्षा कोष” पोर्टल के जरिए स्कूल अलॉट किए जाएंगे. जिन शिक्षकों का ट्रांसफर तो हो चुका है लेकिन स्कूल अलॉट नहीं हुआ था, उन्हें भी अब नई पोस्टिंग मिलेगी. पूरी जानकारी शिक्षकों को उनके मोबाइल नंबर पर भेजी जाएगी.
DEO को भी नहीं रहेगा नाम की जानकारी
इस बार तबादला प्रक्रिया में गोपनीयता का विशेष ध्यान रखा गया है. शिक्षकों की पहचान को कोड में बदला गया है. जिला शिक्षा पदाधिकारी को सिर्फ विषय और कोड की जानकारी होगी, नाम नहीं. यदि किसी पंचायत में 10 पद खाली हैं और 15 आवेदन आए हैं, तो वरीयता के अनुसार 10 को वहीं स्कूल मिलेगा, जबकि बाकी को नजदीकी पंचायतों में समायोजित किया जाएगा. प्रक्रिया पूरी तरह से ऑनलाइन और DEO के लॉगिन से संचालित होगी.
1.90 लाख शिक्षकों ने मांगा तबादला, दो चरणों में पूरी होगी प्रक्रिया
राज्यभर के करीब 1.90 लाख शिक्षकों ने तबादले के लिए आवेदन किया था. पहले चरण में 1.20 लाख शिक्षकों का ट्रांसफर किया जाएगा, जबकि बाकी शिक्षकों को दूसरे चरण में मौका मिलेगा. इनमें से 1.62 लाख शिक्षकों ने स्कूल और घर के बीच की दूरी को आधार बनाया है. खास बात यह है कि इनमें से 70 हजार से अधिक शिक्षकों ने अपने ही जिले में ब्लॉक बदलवाने के लिए आवेदन दिया है.
शिक्षकों को राहत, स्कूलों में मिलेगा संतुलन
इस प्रक्रिया के बाद शिक्षकों को न सिर्फ अपने पसंदीदा स्थान पर काम करने का अवसर मिलेगा, बल्कि स्कूलों में शिक्षक संतुलन भी बेहतर होगा. शिक्षा विभाग का दावा है कि इस बार तबादला प्रक्रिया पारदर्शी, निष्पक्ष और समयबद्ध तरीके से पूरी की जाएगी.
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यह तबादला प्रक्रिया राज्य में शिक्षक व्यवस्था को नया संतुलन देने के साथ-साथ शिक्षा की गुणवत्ता को भी बेहतर बनाने की दिशा में एक अहम कदम साबित हो सकती है.
रिपोर्ट- मानसी सिंह