Bihar News: पटना. स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने यह बातें रविवार को पटना के आईजीआइएमएस ऑडिटोरियम में एआईएमएलटीए की ओर से आयोजित लैबटेकॉन – 2025 राज्यस्तरीय सम्मेलन और वैज्ञानिक संगोष्ठी में कहीं. इस अवसर पर स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि पिछले 5-6 वर्षों में सरकार ने लगभग 2,200 से अधिक लैब टेक्नीशियन की नियुक्ति की है और 2350 पदों पर वैकेंसी निकाली गयी है. 2300 पदों पर होने वाली बहाली किसी तकनीकी कारणों से पूर्ण नहीं की गयी जो प्रगति पर है.
लैब टेक्नोलॉजिस्ट
सभी सदर अस्पतालों में 100 प्रतिशत इन-हाउस पैथोलॉजिकल सेवाएं उपलब्ध करायी जाएंगी इसके लिए आवश्यक केमिकल्स और उपकरण जिलों को भेजे जा रहे हैं. एआइएमएलटीए निजी क्षेत्र में काम कर रहे लैब टेक्नोलॉजिस्ट को भी नीतिगत समर्थन दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि सरकार यह सुनिश्चित करेगी कि प्राइवेट सेक्टर में काम करने वाले टेक्नीशियन को भी ट्रेनिंग, आर्थिक और संस्थागत मदद मिल सके ताकि वे भी स्वास्थ्य सेवा के स्तर को ऊपर उठाने में भागीदार बनें.
ये रहे मौजूद
इस अवसर पर शशांक शेखर सिन्हा, मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी, बिहार स्वास्थ्य सुरक्षा समिति, आईजीआईएमएस निदेशक डॉ बिंदेय कुमार, अमिताभ सिंह स्वास्थ्य मंत्री के आप्त सचिव, एआइएमएलटीए के महासचिव मंडल प्रसाद, डॉ ओम कुमार (नेफ्रोलॉजी एचओडी), डॉ मनीष मंडल (अधीक्षक), वाइस प्रेसिडेंट डॉ शिव कुमार मंडल और एआइएमएलटीए के अध्यक्ष संजय कुमार समेत देशभर से बड़ी संख्या में आये मेडिकल लैब टेक्नोलॉजिस्ट भी उपस्थित रहे.
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