Bihar Election: बिहार में इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर निर्वाचन आयोग ने अपनी तैयारियां तेज़ कर दी हैं. इसी क्रम में मुख्य निर्वाचन आयुक्त (CEC) ज्ञानेश कुमार राज्य के सभी नौ प्रमंडलों का दौरा कर चुनावी तैयारियों की विस्तृत समीक्षा करेंगे. निर्वाचन विभाग ने इस समीक्षा के लिए तैयारियां शुरू कर दी हैं और सभी प्रमंडलीय आयुक्तों एवं जिलाधिकारियों को निर्देश जारी किए गए हैं कि वे अपने-अपने जिलों की अद्यतन रिपोर्ट आयोग के समक्ष प्रस्तुत करने के लिए तैयार रखें.
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने सौंपी तैयारियों की रिपोर्ट
राज्य के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी विनोद सिंह गुंजियाल ने सोमवार को चुनाव आयोग को प्रदेश की चुनावी तैयारियों से जुड़ी एक विस्तृत रिपोर्ट सौंपी है. सूत्रों के अनुसार, इसी रिपोर्ट के आधार पर मुख्य निर्वाचन आयुक्त ज्ञानेश कुमार का बिहार दौरा तय किया जाएगा, जो या तो इस महीने के अंत में या फिर जुलाई की शुरुआत में संभव है. इसके बाद बिहार विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा भी तय मानी जा रही है.
वोटिंग टर्नआउट रेट बढ़ाने को लेकर की गई थी समीक्षा बैठक
गौरतलब है कि इससे पहले 30 अप्रैल को निर्वाचन आयुक्त मनीष गर्ग के नेतृत्व में एफएलसी (फर्स्ट लेवल चेकिंग) की समीक्षा सह प्रशिक्षण सत्र आयोजित किया गया था. इसके बाद 15 मई को निर्वाचन आयुक्त डॉ. विवेक जोशी ने राज्य का दौरा कर तैयारियों का जायजा लिया था. वहीं, हाल ही में 14 जून को आयोग के सचिव संतोष कुमार और मीडिया प्रभाग के सहायक निदेशक अपूर्व कुमार की टीम ने राज्य में स्वीप (मतदाता जागरूकता) कार्यक्रम और वोटिंग टर्नआउट रेट (VTR) बढ़ाने को लेकर समीक्षा बैठक की थी.
आयोग जल्द करेगा घोषणा
आगामी चुनावों को स्वतंत्र, निष्पक्ष और शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराने के उद्देश्य से आयोग ने राज्य प्रशासन को भी आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए हैं. मुख्य निर्वाचन आयुक्त के दौरे के साथ ही राज्य में आदर्श आचार संहिता लागू होने की संभावनाएं भी तेज़ हो गई हैं. जनता की निगाहें अब आयोग की घोषणा पर टिकी हुई हैं.