Bihar News: बिहार में भ्रष्टाचार पर निगरानी विभाग की सख्त कार्रवाई जारी है. बुधवार को तीन अलग-अलग जिलों से सामने आए मामलों में एक तरफ जहां पटना के DFO सुबोध कुमार गुप्ता को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया, वहीं दूसरी ओर शिवहर और बिक्रमगंज में रिश्वत लेते तीन अधिकारियों को रंगेहाथ गिरफ्तार किया गया.
70 हजार रुपये घूस लेते लिपिक गिरफ्तार
शिवहर समाहरणालय परिसर में बुधवार को निगरानी विभाग ने भू-अर्जन विभाग के लिपिक विजय कुमार श्रीवास्तव को 70 हजार रुपये घूस लेते हुए रंगेहाथ गिरफ्तार किया. जानकारी के अनुसार, उन्होंने बभनटोली निवासी पप्पू कुमार तिवारी से रेलवे की अधिग्रहित भूमि के मुआवजे की प्रक्रिया में मदद के एवज में यह रिश्वत मांगी थी.
शिक्षक से घूस लेते BEO और लेखा सहायक पकड़े गए
एक अन्य कार्रवाई में निगरानी अन्वेषण ब्यूरो की टीम ने रोहतास जिले के बिक्रमगंज में खंड शिक्षा पदाधिकारी (BEO) सुधीरकांत शर्मा और लेखा सहायक सुभाष कुमार को 14,600 रुपये घूस लेते हुए गिरफ्तार किया.
आरोप है कि दोनों अधिकारियों ने आदर्श मध्य विद्यालय, गोटपा के शिक्षक विद्याभूषण से एरियर भुगतान की फाइल पास कराने के बदले यह रकम मांगी थी. शिकायत मिलने पर निगरानी की टीम ने कार्रवाई की और दोनों को रिश्वत लेते हुए पकड़ा.
DFO सुबोध कुमार गुप्ता पर गिरी गाज
पर्यावरण वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग ने बुधवार को अधिसूचना जारी कर पटना के प्रभागीय वन पदाधिकारी (DFO) सुबोध कुमार गुप्ता को भ्रष्टाचार के आरोप में निलंबित कर दिया है. निलंबन अवधि में उनका मुख्यालय वन संरक्षक, पूर्णिया का कार्यालय तय किया गया है.
सरकारी अधिसूचना में कहा गया है कि सुबोध कुमार गुप्ता राज्य सरकार की पूर्व अनुमति के बिना मुख्यालय नहीं छोड़ सकेंगे. उनके खिलाफ यह कार्रवाई बिहार सरकारी सेवक (वर्गीकरण, नियंत्रण एवं अपील) नियमावली, 2005 के तहत की गई है. निलंबन अवधि में उन्हें नियमानुसार केवल जीवन निर्वाह भत्ता मिलेगा.
Also Read: बिहार में रात 2 बजे थाना परिसर में घुसे चोर, जब्त की गयी लग्जरी कार लेकर हो गए फरार
आगे भी कार्रवाई जारी रहेगी
वन विभाग से लेकर शिक्षा और भू-अर्जन कार्यालय तक, जहां-जहां भ्रष्टाचार के सुराग मिल रहे हैं, वहां अफसरों पर तुरंत कार्रवाई हो रही है. निगरानी विभाग का कहना है कि आगे भी ऐसी कार्रवाई लगातार जारी रहेगी.
रिपोर्ट- मानसी सिंह