Patna News: पटना विश्वविद्यालय के अंतर्गत आने वाले विभिन्न कॉलेजों में बुधवार को ‘इंडक्शन मीट’ का आयोजन किया गया. इस कार्यक्रम का उद्देश्य रेगुलर और वोकेशनल कोर्स में नामांकन लेने वाले नये सत्र के छात्र-छात्राओं को विश्वविद्यालय व कॉलेज की शैक्षणिक गतिविधियों से अवगत कराना था. कार्यक्रम में बड़ी संख्या में छात्र-छात्राओं के साथ उनके अभिभावक भी मौजूद रहे. कॉलेज प्रशासन की ओर से छात्रों को कॉलेज के रूल-रेगुलेशन, उपलब्ध कोर्स, शैक्षणिक ढांचे और संसाधनों की विस्तृत जानकारी दी गयी. छात्रों को एंटी रैगिंग सेल के कार्यप्रणाली, प्लेसमेंट सेल, आधुनिक लैब और लाइब्रेरी जैसी सुविधाओं से भी अवगत कराया गया. साथ ही विश्वविद्यालय में आयोजित होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रमों और खेलकूद गतिविधियों की जानकारी भी साझा की गयी. कॉलेज प्रशासन ने सभी छात्रों से नियमों का पालन करने और शिक्षा के साथ-साथ समग्र विकास की दिशा में सक्रिय भागीदारी निभाने का आह्वान किया.

पटना कॉलेज : मेहनत और अनुशासन से मिलेगी सफलता
पटना कॉलेज में बुधवार को आयोजित इंडक्शन मीट में प्राचार्य प्रो संजय सिन्हा ने नये छात्रों को संबोधित किया. इस मौके पर उन्होंने छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और अनुशासन का महत्व बताया. उन्होंने कहा कि अगर विद्यार्थी मेहनत और दृढ़ इच्छाशक्ति के साथ पढ़ाई करें, तो वे देश-दुनिया में अपनी पहचान बना सकते हैं. उन्होंने छात्रों को कॉलेज के अनुशासन, शिक्षण वातावरण, और कोर्स की संरचना से अवगत कराया. इसके साथ ही अभिभावकों से विद्यार्थियों की उपस्थिति सुनिश्चित करने की अपील की गयी. इसके साथ ही विद्यार्थियों को कॉलेज परिसर में अनुशासित रहने एवं आदर्श छात्र के रूप में कॉलेज की स्वस्थ शैक्षणिक वातावरण के निर्माण के लिये कार्य करने के लिये प्रेरित किया. कार्यक्रम में विभिन्न विभागों के विभागाध्यक्ष और शिक्षकों की उपस्थिति ने इसे और भी सार्थक बनाया. इस पहल का उद्देश्य छात्रों को एक सकारात्मक, अनुशासित और लक्ष्य केंद्रित अकादमिक जीवन की ओर मार्गदर्शन देना था.
बीएन कॉलेज : प्रायोगिक कक्षाएं बौद्धिक वृद्धि का मूल आधार
बीएन कॉलेज की इंडक्शन मीट में प्राचार्य डॉ राजकिशोर ने नवप्रवेशी छात्रों को संबोधित करते हुए अनुशासन के महत्व पर बल दिया. उन्होंने कहा कि अनुशासित छात्र न केवल शिक्षकों की अपेक्षाओं पर खरे उतरते हैं, बल्कि पढ़ाई में भी बेहतर प्रदर्शन करते हैं. उन्होंने स्वाध्याय और नियमित प्रायोगिक कक्षाओं में भागीदारी को विद्यार्थियों की बौद्धिक वृद्धि का मूल आधार बताया. कार्यक्रम में छात्रों को कॉलेज की मूलभूत संरचना, शिक्षण प्रणाली और व्यवहारिक पक्षों से अवगत कराया गया. मौके पर उपस्थित शिक्षकों ने भी विद्यार्थियों को आगे की शिक्षा यात्रा के लिए प्रोत्साहित किया. इस अवसर पर विश्वविद्यालय की शिक्षिकाएं डॉ अमृता जायसवाल, डॉ इंदु सिंह, डॉ नागेश और अन्य संकाय सदस्य भी मौजूद रहे. कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों को आत्म-अनुशासन, नियमितता और सीखने की गहराई से जोड़ना था.
पटना साइंस कॉलेज : प्रायोगिक ज्ञान से मजबूत होती है नींव
पटना साइंस कॉलेज की इंडक्शन मीट में प्राचार्य प्रो अतुल आदित्य पांडेय ने छात्रों को सीबीसीएस और क्रेडिट सिस्टम की बारीकियों से परिचित कराया. उन्होंने छात्रों को नियमित रूप से प्रायोगिक कक्षाओं में भाग लेने के लिए प्रेरित किया, जिससे विषयों की गहन समझ विकसित होती है. कॉलेज की वैज्ञानिक परंपरा, सुदृढ़ शैक्षणिक माहौल और 75% उपस्थिति की अनिवार्यता को भी रेखांकित किया गया. कार्यक्रम में छात्र कल्याण संकायाध्यक्ष प्रो अनिल कुमार, प्रो शंकर कुमार तथा अन्य विभागाध्यक्षों की उपस्थिति ने छात्रों को प्रेरणा और मार्गदर्शन प्रदान किया. विद्यार्थियों को कॉलेज की अकादमिक संरचना, प्रयोगशालाओं, पुस्तकालयों और छात्र कल्याण गतिविधियों की जानकारी भी दी गयी. यह आयोजन छात्रों को कॉलेज के वैज्ञानिक परिवेश से जोड़ते हुए उन्हें व्यावहारिक शिक्षा की दिशा में अग्रसर करने का एक महत्वपूर्ण प्रयास था.

मगध महिला कॉलेज : अनुशासन से मिलेगा सफलता का मार्ग
मगध महिला कॉलेज के सेंट्रल स्टेज पर 2025-2029 बैच की छात्राओं के लिए इंडक्शन मीट का आयोजन किया. सुबह 11:30 बजे से शुरू हुआ यह कार्यक्रम, प्रथम वर्ष की छात्राओं के लिए उनकी शैक्षणिक यात्रा की शुरुआत में उनका स्वागत किया गया. कार्यक्रम की मेजबानी छात्र संघ की महासचिव ऋतंभरा रॉय ने की. मौके पर कॉलेज की वरिष्ठ शिक्षिकाएं, छात्र प्रतिनिधि और नये सत्र की छात्राएं शामिल रहीं. अंग्रेजी विभाग की प्रमुख डॉ अर्चना जायसवाल, डीन छात्र कल्याण अनिल कुमार, तथा डॉ पुष्पलता कुमारी ने छात्राओं को शैक्षणिक संसाधनों, छात्र कल्याण निदेशालय और प्लेसमेंट सुविधाओं से अवगत कराया. एनसीसी और एनएसएस जैसे सह-शैक्षणिक कार्यक्रमों की जानकारी भी दी गयी. कॉलेज की 13 सदस्यीय स्टूडेंट सेंट्रल सोसाइटी का भी औपचारिक परिचय कराया गया, जो छात्र प्रतिनिधित्व और गतिविधियों के समन्वय की जिम्मेदारी निभायेगी. कार्यक्रम का समापन डॉ शिप्रा के धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ. यह मीट कॉलेज जीवन की एक प्रेरणादायक शुरुआत रही.

वाणिज्य महाविद्यालय : सिलेबस और क्लास रेगुलेशन से कराया गया अवगत
वाणिज्य महाविद्यालय में आयोजित इंडक्शन मीट में विद्यार्थियों को सिलेबस और क्लास रेगुलेशन के बारे में विस्तार से जानकारी दी गयी. इस अवसर पर कॉलेज के प्राचार्य प्रो अहमद हुसैन ने विद्यार्थियों को टाइम टेबल और अन्य शैक्षणिक गतिविधियों के बारे में जानकारी दी. इसके साथ ही विद्यार्थियों को बताया गया कि पढ़ाई के साथ यूनिवर्सिटी में उपलब्ध शैक्षणिक संसाधनों का बेहतर उपयोग कैसे कर सकते हैं.
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