Patna News: बिहार की 13 करोड़ जनता को स्वास्थ्य सुरक्षा की नयी सौगात मिली है. स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने गुरुवार को पटना के अगमकुआं स्थित एनएमसीएच परिसर में 30 करोड़ रुपये की लागत से तैयार अत्याधुनिक औषधि नियंत्रण प्रयोगशाला का उद्घाटन किया. अब दवाओं और खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता जांच के लिए राज्य को कोलकाता या अन्य शहरों पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा. उन्होंने कहा कि अब हर तरह की नकली और निम्न गुणवत्ता वाली दवाओं की पहचान कर उन्हें बाजार से हटाना भी संभव हो सकेगा.
जांच प्रक्रिया तेज होगी
स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने बताया क यह लैब 28 अत्याधुनिक मशीनों से सुसज्जित हैं, जिनकी मदद से दवाओं और खाद्य उत्पादों की सूक्ष्मतम जांच संभव हो सकेगी. इससे स्वास्थ्य विभाग तकनीकी रूप से और भी सशक्त होगा और जांच प्रक्रिया तेज होगी. स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि पहले सैंपल जांच के लिए कोलकाता भेजे जाते थे ,जिसकी रिपोर्ट आने में कई महीने लग जाते थे. अब राज्य में ही रिपोर्ट जल्द मिल सकेगी, जिससे आवश्यक कार्रवाई समय पर की जा सकेगी.
स्वास्थ्य अधिकार को सशक्त बनायेगी प्रयोगशाला
मंगल पांडेय ने कहा कि यह प्रयोगशाला राज्य के 13 करोड़ लोगों के स्वास्थ्य अधिकार को सशक्त बनायेगी. राज्य सरकार बेहतर इलाज के साथ यह सुनिश्चित कर रही है कि आम जनता को गुणवत्तापूर्ण और सुरक्षित दवाएं मिलें. उन्होंने इस पहल को केंद्र सरकार की सुरक्षित भारत, स्वस्थ भारत की परिकल्पना को साकार करने की दिशा में एक बड़ा कदम बताया. कार्यक्रम में बिहार विधानसभा अध्यक्ष नंद किशोर यादव, स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत, बीएमएसआईसीएल के एमडी दिवेश रामचंद्र देवरे समेत कई वरिष्ठ अधिकारी और जनप्रतिनिधि मौजूद थे.
Also Read: Patna News: दो करोड़ से नौ सड़कें बनेंगी बेहतर, पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन ने किया शिलान्यास