Patna News: पूर्णिया जिले के बनमनखी थाना क्षेत्र स्थित धीमा पोखर गांव का निवासी हनी सिंह पिछले कई महीनों से फरार चल रहा था. उसके खिलाफ बनमनखी थाना में 21 नवंबर 2024 को दर्ज कांड संख्या 429/24 के तहत बीएनएस की धारा 309(4) में संगीन मामला दर्ज है. इसके अलावा उस पर बनमनखी और सरसी थाना क्षेत्र में लूट, डकैती और आर्म्स एक्ट से जुड़े तीन मामले दर्ज हैं.
एसटीएफ ने पूर्णिया का टॉप-10 ईनामी बदमाश को दबोचा
पूर्णिया जिले के टॉप-10 वांछित अपराधियों की सूची में शामिल था और पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी पर 25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था. एसटीएफ को उसके बनमनखी में छिपे होने की सूचना मिली थी. इसके बाद एक विशेष टीम ने एक जुलाई की सुबह दबिश दी और हनी सिंह को गिरफ़्तार कर लिया. गिरफ्तारी के बाद उसे कड़ी सुरक्षा में न्यायिक हिरासत में भेजा गया.
आर्थिक अपराधों का आरोपी सैफी पटना से पकड़ा गया
दूसरे ऑपरेशन में एसटीएफ ने 30 जून को नयनगर पुलिस (ठाणे, महाराष्ट्र) की वांछित सूची में शामिल सैफी उर्फ मोहम्मद सैफ को पटना के रामकृष्णनगर थाना क्षेत्र से गिरफ्तार किया. वह मूलतः फुलवारीशरीफ के ईसोपुर का रहने वाला है. सैफी के खिलाफ नयनगर थाना कांड संख्या 06/25 के तहत बीएनएस की धारा 103(1) में एफआईआर दर्ज है. यह धारा आमतौर पर धोखाधड़ी, फर्जी दस्तावेजों के जरिए ठगी या आर्थिक अपराध से जुड़ी होती है. एसटीएफ सूत्रों के अनुसार सैफी लंबे समय से मुंबई में सक्रिय था और आर्थिक अपराधों के सिलसिले में महाराष्ट्र पुलिस को उसकी तलाश थी. गिरफ्तारी के वक्त वह पटना में एक किराये के मकान में ठिकाना बनाकर रह रहा था. एसटीएफ ने महाराष्ट्र पुलिस को सूचित कर उसकी ट्रांजिट रिमांड की प्रक्रिया शुरू कर दी है.
सर्विलांस की ली मदद
इन दोनों गिरफ्तारी को कानून-व्यवस्था के मोर्चे पर बड़ी उपलब्धि माना जा रहा है. वरिष्ठ अधिकारियों का कहना है कि एसटीएफ की टीमें तकनीकी सर्विलांस, स्थानीय स्रोतों और अंतरराज्यीय सहयोग के दम पर लगातार फरार अपराधियों के नेटवर्क को तोड़ने में जुटी हैं.