Patna News: जीविका, भारतीय लघु उद्योग विकास बैंक (एसआईडीबीआई) और वुमन वर्ल्ड बैंकिंग की संयुक्त कार्यशाला बुधवार को पटना में हुई. इसमें “प्रयास व्यक्तिगत उद्यम योजना” पर विस्तृत चर्चा की गयी. बताया गया कि इस योजना के माध्यम से महिलाओं को उद्यमिता के क्षेत्र में आगे बढ़ने का अवसर प्रदान किया जायेगा. इसके तहत समूह सदस्यों को 50 हजार से दो लाख तक का ऋण संकुल स्तरीय संघों के माध्यम से दिया जायेगा. इस राशि से महिलाएं सिलाई, दुकानदारी, पशुपालन, प्रसंस्करण, कृषि आधारित उद्यम, खाद्य उत्पाद निर्माण का कार्य कर सकेंगी.
प्रयास व्यक्तिगत उद्यम योजना से जीविका से जुड़ी महिलाओं को मिलेगा लोन
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जीविका सीईओ हिमांशु शर्मा ने कहा कि हमें यह सुनिश्चित करना है कि महिलाएं सिर्फ समूह तक सीमित न रहें, बल्कि व्यक्तिगत पहचान और स्वावलंबन की ओर अग्रसर हों. आज स्वयं सहायता समूह सदस्यों द्वारा ऋण वापसी 99 प्रतिशत से अधिक है. इस कारण वर्तमान में अनेकों बैंक ऋण प्रदान करने के लिए इच्छुक रहते हैं.
व्यक्तिगत ऋण की प्रक्रिया और सरल करनी होगी
एसआईडीबीआई के मुख्य महाप्रबंधक सत्यकी रस्तोगी ने कहा कि महिलाओं को व्यक्तिगत ऋण देने की प्रक्रिया को सरल और संवेदनशील बनाया जाना चाहिए ताकि अधिक से अधिक महिलाएं इससे लाभान्वित हो सकें. वुमन वर्ल्ड बैंकिंग की क्षेत्रीय प्रमुख कल्पना अय्यन ने कहा कि इस योजना के तहत चार जिलों में लगभग सात करोड़ रुपये ऋण स्वयं सहायता समूहों को दिये गये. अब हमें उन्हें व्यक्तिगत उद्यम के लिए तैयार करना है.
एक लाख के ऋण से शुरू
पटना जिले की साधना देवी ने एक लाख के ऋण से शुरू अगरबत्ती निर्माण की सफलता के अनुभव साझा किये. मौके पर राज्य स्तर के विभिन्न प्रतिनिधि, जीविका के जिला परियोजना प्रबंधक, संकुल स्तरीय संघों की अध्यक्षाएं एवं सदस्याएं मौजूद थे.
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