Bihar News: भागलपुर के पीरपैंती में थर्मल पावर प्रोजेक्ट तैयार होने जा रहा है. पूरी तरह से प्राइवेट सेक्टर के निवेश से तैयार होने वाला यह पहला प्रोजेक्ट है. इसे राज्य सरकार अपने स्तर से विकसित करवा रही है. पीरपैंती थर्मल पावर प्लांट के लिए टेंडर की प्रक्रिया भी शुरू हो गयी है. चार कंपनियों ने इस प्रोजेक्ट में अपनी रूची दिखाई है. अदानी ग्रुप भी सामने आया है.
टेंडर में इन चार कंपनियों ने दिखायी दिलचस्पी…
पीरपैंती थर्मल पावर प्लांट प्रोजेक्ट के लिए टेंडर की प्रक्रिया जारी है. ऊर्जा क्षेत्र की चार बड़ी कंपनियों ने इसमें दिलचस्पी दिखाई है. इनमें अदानी पावर, JSW इनर्जी, टॉरेंट पावर और बजाज ग्रुप की ललित पावर कंपनी शामिल है. टेंडर की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी तो अंतिम रूप से इनमें जो कंपनी सफल होगी उसका चयन किया जाएगा.
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लेटर ऑफ अवार्ड कबतक मिलेगा?
पीरपैंती थर्मल पावर प्रोजेक्ट को लेकर विभाग से जो सूचना मिली है उसके अनुसार, दो जुलाई तक बिड दस्तावेजों की बिक्री की अंतिम तारीख रखी गयी है. दोनों चरण में जब कंपनी का सेलेक्शन हो जाएगा उसके 30 दिनों के अंदर लेटर ऑफ अवार्ड (LOA) या काम शुरू करने का अधिकार पत्र जारी कर दिया जाएगा.
800 मेगावाट क्षमता के तीन प्लांट बनाए जाएंगे
पीरपैंती थर्मल पावर प्रोजेक्ट में 800 मेगावाट क्षमता के तीन प्लांट बनाए जाएंगे. कुल क्षमता 2400 मेगावाट होगी. इस प्रोजेक्ट के लिए पीरपैंती में 1203 एकड़ जमीन का अधिग्रहण हो चुका है. बिहार स्टेट पावर जेनरेशन कंपनी लिमिटेड इसकी नोडल एजेंसी है. इस प्रोजेक्ट पर आखिरी मुहर इसी साल नीतीश कुमार की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक में लगी थी. इस पावर प्लांट के लिए हर साल 10.43 मिलियन टन कोयला की जरुरत पड़ेगी. इसकी आपूर्ति के लिए पास में मौजूद ECL के एक कोल ब्लॉक को लिंक कर दिया गया है. 60 क्यूसेक पानी की जरूरत पावर प्लांट के लिए होगी, जिसकी आपूर्ति के लिए गंगा नदी से लिंक करने पर विचार चल रहा है.
पावर प्लांट की बिजली किसे मिलेगी?
भागलपुर के पीरपैंती पावर प्लांट से जो बिजली उत्पन्न होगी वह बिहार की दोनों पावर कंपनियों उत्तर बिहार और दक्षिण बिहार पावर जेनरेशन कंपनी लिमिटेड को सप्लाई की जाएगी. यहां से उत्पन्न होने वाली अतिरिक्त ऊर्जा को खुले बाजार में भी बेचा जाएगा. इस एक्ट्रा इनर्जी से प्रदेश में कृषि और उद्योग के क्षेत्र को बढ़ावा मिलेगा.