श्रावणी मेला 2025 का शुभारंभ हो चुका है. शुक्रवार को सुल्तानगंज में इसका विधिवत उद्घाटन हुआ. बिहार के दोनों डिप्टी सीएम भी इस कार्यक्रम में मौजूद रहे. श्रावणी मेले के पहले दिन से ही भारी संख्या में कांवरिये सुल्तानगंज से बाबाधाम देवघर की ओर रवाना हुए. पहले दिन करीब 1 लाख कांवरियों ने उत्तरवाहिनी गंगा का जल भरा और सुल्तानगंज से देवघर के लिए निकले. शनिवार को भी कांवरियों की भीड़ उमड़ी रही.
कांवरियों से पैक अजगैबीनगरी
अजगैबीनगरी में गंगा घाट से कांवरिया पथ तक शिवमय है. कांवरियों के गेरुआ वस्त्र हर तरफ दिखने लगे हैं. सुलतानगंज के सीढ़ी घाट और नमामि गंगे घाट पर मांग गंगा की भव्य महाआरती भी हुई. बनारस की तर्ज पर मां गंगा की आरती हुई जिसमें बड़ी संख्या में कांवरिये शामिल हुए. वहीं गंगा घाट फिर एकबार कांवरियों से पटा हुआ है.
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बिहार में कांवरियों के लिए विशेष इंतजाम
सुलतानगंज से लेकर झारखंड बॉर्डर दुम्मा गेट तक बिहार सरकार की तरफ से कांवरियों के लिए खास इंतजाम किए गए हैं. सुलतानगंज में कांवरियों की सुविधा के लिए पांच सूचना केंद्र बनाए गए हैं. यहां के सूचना केंद्र मुंगेर और बांका जिले में बने सूचना केंद्रों को संदेश भेजते हैं.

बिहार में तीन जिलों से होकर गुजरते हैं कांवरिये
बिहार में तीन जिलों से होकर कांवरिया पथ गुजरता है. भागलपुर से आगे मुंगेर औ बांका में भी कांवरियों के लिए खास इंतजाम श्रावणी मेला के दौरान किए गए हैं.

दंड प्रणाम करके भी जा रहे शिवभक्त
दूर-दराज से आए शिवभक्त भी तरह-तरह के कांवर लेकर जाते दिख रहे हैं. वजनदार कांवर लेकर भी कांवरिये निकले हैं. उनकी आस्था इस तरह हावी है कि बोल बम का नारा और बढ़ते कदम थमते नहीं हैं. दंड प्रणाम करके भी शिवभक्त बाबाधाम जा रहे हैं.

