बिहार में एक जिला परिवहन पदाधिकारी (DTO) की काली कमाई का खुलासा हुआ है. निगरानी विभाग की स्पेशल विजिलेंस यूनिट (SVU) ने शुक्रवार को नालंदा के डीटीओ अनिल कुमार दास के चार ठिकानों को एकसाथ खंगाला. डीटीओ के बिहारशरीफ स्थित कार्यालय और आवास के साथ-साथ पटना के रूपसपुर और धनौत स्थित फ्लैट और आवास पर छापेमारी की गयी. इस दौरान एक करोड़ रुपए मूल्य के जेवर और 1.5 करोड़ की जमीन के डीड बरामद किए गए. डीटीओ ने भ्रष्टाचार के जरिए अकूत संपत्ति जमा की थी.
डीटीओ के ठिकानों पर छापेमारी
डीटीओ अनिल कुमार दास के ठिकानों को खंगाला गया तो कई चौंकाने वाले सबूत निगरानी को हाथ लगे. डीटीओ ने अपनी पत्नी के नाम पर भी पटना में कई संपत्ति बनायी है. पटना में दोनों के नाम पर मकान-फ्लैट, विभिन्न बैंकों में खाते और बैंक एफडी में निवेश का पता चला है. आय से कई गुना अधिक संपत्ति का पता चला है जिसकी जांच जारी है.
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15 साल से जमा बनाता रहा अकूत संपत्ति
एसयवीयू से मिली जानकारी के अनुसार, डीटीओ अनिल कुमार दास करीब 15 साल से सरकारी सेवा के दौरान गलत तरीके से अकूत संपत्ति बना लिए थे, ऐसा आरोप उनपर था. करीब 95 लाख रुपए गैरकानूनी और नाजायज तरीके से संपत्ति अर्जित करने का केस डीटीओ पर दर्ज हुआ था. जिसके बाद तलाशी वारंट लेकर डीटीओ के ठिकानों को निगरानी ने खंगाला. जब छापेमारी की गयी तो एफआइआर में दर्ज आरोप से कई अधिक संपत्ति के सबूत मिले हैं.
चार ठिकानों पर छापेमारी
पटना और दानापुर में डीटीओ ने अधिक संपत्ति बनायी. शुक्रवार को बिहारशरीफ के अंबेर चौक स्थित डीटीओ के सरकारी आवास, नालंदा के रसूरपुर रोड कार्यालय चौक स्थित उनके घर और पटना के रूपसपुर में रामजयपाल रोड स्थित संवर्धनी सोसाइटी के बी ब्लॉक स्थित फ्लैट नंबर 501 में एसवीयू ने एकसाथ धावा बोला और ताबड़तोड़ छापेमारी की. डीटीओ के ठिकानों पर छापेमारी से बिहार के अधिकारियों में हड़कंप मचा हुआ है.