बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर यह साफ कर दिया है कि राजद अब बिहार में सरकार बनाने संभावना तलाशेगा या सीधे चुनाव लड़ने की तैयारी ही अब RJD करेगी. तेजस्वी यादव ने लालू यादव के उस ऑफर के बारे में भी बताया जो राजद सुप्रीमो ने सीएम नीतीश कुमार को दिया था. तेजस्वी ने आगामी चुनाव में महागठबंधन की जीत का दावा करते हुए कहा कि अगर ट्रंप और पुतिन भी आ जाएंगे तो भी भाजपा नहीं जीत पाएगी.
तेजस्वी ने चुनाव आयोग पर निशाना साधा
एक निजी न्यूज चैनल को इंटरव्यू देते हुए तेजस्वी यादव ने सरकार में रहने के दौरान अपने किए कामों को गिनाया. उन्होंने चुनाव आयोग पर भी गंभीर आरोप लगाए. पूर्व उपमुख्यमंत्री ने कहा कि चुनाव आयोग इशारे पर काम करता है. लोकतंत्र और संविधान के लिए चुनाव आयोग को कैंसर तक करार देते हुए तेजस्वी ने कहा कि भाजपा ने चुनाव आयोग को हाईजैक करके रखा है. भाजपा के इशारे पर ही चुनाव की तारीखों का ऐलान होता है. विपक्ष के आरोपों पर चुनाव आयोग कभी गंभीर नहीं रहा.
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क्या चुनाव से पहले जदयू और राजद साथ होगा?
तेजस्वी यादव ने बिहार की राजनीति और जदयू के साथ मिलने की संभावना पर कहा कि अब किसी भी हाल में जदयू के साथ राजद नहीं जाएगी और सीधे चुनाव में ही सभी जाएंगे. तेजस्वी यादव ने उस ऑफर के बारे में भी पूछे सवालों का जवाब दिया जब लालू यादव ने नीतीश कुमार को महागठबंधन में आने का ऑफर दिया था.
लालू ने नीतीश को क्यों दिया था ऑफर?
तेजस्वी ने कहा कि लालू जी का अपना अंदाज है. जब मीडिया उनके पीछे ही पड़ गयी और एक ही चीज पूछती थी तो मीडिया को ठंडा करने के लिए कह दिया कि नीतीश कुमार के लिए दरवाजा खुला है. लेकिन जबतक तेजस्वी है कोई गठबंधन अब चुनाव तक नहीं हो सकता है.
जदयू के साथ क्यों आए थे तेजस्वी?
जदयू के साथ मिलकर सरकार बनाने के फैसले पर तेजस्वी ने कहा कि हमारा लक्ष्य सरकार बनाने का नहीं था. हम सांप्रदायिक शक्तियों को सत्ता से हटाने और जदयू को टूट से बचाने के लिए उस शर्त पर नीतीश कुमार के साथ आए थे कि हम दस लाख नौकरी बांटेंगे.