Bihar News: बिहार में भ्रष्टाचार के खिलाफ जंग अब केवल नारा नहीं, ज़मीनी हकीकत बन चुकी है. निगरानी विभाग ने साल 2025 के शुरुआती सिर्फ साढ़े पांच महीनों में वह कर दिखाया है जो पिछले दो सालों में भी नहीं हो सका.
जनवरी से 18 जून 2025 तक कुल 34 ट्रैप केस दर्ज किए गए, जिनमें 38 सरकारी अफसरों को रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा गया. इससे भी चौंकाने वाला आंकड़ा यह है कि इन मामलों में अब तक 14,80,600 रुपए की घूस राशि बरामद हो चुकी है.
2025 बना रिकॉर्ड वाला साल
निगरानी विभाग के आंकड़े बताते हैं कि 2024 में पूरे साल भर में महज 8 ट्रैप केस ही दर्ज किए गए थे, जबकि 2023 में यह संख्या 29 रही थी. 2025 में महज 6 महीनों में 34 ट्रैप केस, यानी पिछले साल के मुकाबले 325% ज्यादा कार्रवाई और यह सिलसिला यहीं नहीं रुका कुल केस की तुलना में 2023 से अब तक 17% ज्यादा ट्रैप केस हो चुके हैं.
पुलिस से लेकर बिजली विभाग तक कोई नहीं बचा
निगरानी ने जिन अफसरों को गिरफ्तार किया है, वे बिहार पुलिस, शिक्षा विभाग, राजस्व, निबंधन कार्यालय, बिजली विभाग और ग्रामीण विकास जैसे अहम महकमे से जुड़े हैं. यानी राज्य सरकार के रोजमर्रा के संचालन से जुड़े हर अहम विभाग में भ्रष्टाचार की जड़ें गहरी हैं, और अब वे निगरानी के निशाने पर हैं.
निगरानी विभाग ने पिछले 6 महीनों कार्रवाई की
- ट्रैप केस दर्ज : 34
- लोकसेवक गिरफ्तार: 38
- बरामद रिश्वत की राशि: 14,80,600 रुपए
- संबंधित विभाग: पुलिस, शिक्षा, राजस्व, बिजली, निबंधन, ग्रामीण विकास