Bihar News: बिहार के पूर्णिया जिले में एक बड़े अवैध कारतूस तस्करी रैकेट का खुलासा हुआ है. पुलिस ने विशाल गन हाउस के संचालक इन्द्रजीत कुमार को फर्जी दस्तावेज़ों के सहारे कारतूस की हेराफेरी के आरोप में गिरफ्तार कर लिया है. मामले की पुष्टि पूर्णिया एसपी स्वीटी सहरावत ने गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में की.
मृत व्यक्ति के नाम पर 90 कारतूस की खरीद-फरोख्त
एसपी ने बताया कि जांच के दौरान यह सामने आया कि खगड़िया निवासी जगदीश प्रसाद निराला, जिनकी मृत्यु जुलाई 2024 में हो चुकी थी, उनके नाम पर जून 2025 में कुल 90 कारतूस बेचे गए. इनमें से 50 कारतूस मुजफ्फरपुर रेल पुलिस द्वारा बरामद भी किए गए हैं. शेष कारतूस की तलाश अभी जारी है.
हाजीपुर से पकड़े गए अपराधियों से मिली अहम जानकारी
11 जुलाई 2025 को STF पटना द्वारा हाजीपुर रेलवे स्टेशन से 5 अपराधियों को गिरफ्तार किया गया था. उनके पास से अवैध कारतूस, आर्म्स लाइसेंस बुक और अन्य संदिग्ध दस्तावेज बरामद हुए. पूछताछ में उन्होंने बताया कि वे सभी कारतूस पूर्णिया के विशाल गन हाउस से मृतक जगदीश प्रसाद निराला के नाम पर खरीद कर लाए थे.
फर्जी हस्ताक्षर से की गई एंट्री, गन हाउस पंजी जब्त
पुलिस जांच में पाया गया कि गन हाउस की बिक्री रजिस्टर में 27 से 29 जून तक निराला के नाम पर तीन बार कारतूस बेचे गए और हर बार पंजी में उनके हस्ताक्षर दर्ज थे. चौंकाने वाली बात यह है कि यह हस्ताक्षर उस शख्स के थे जो एक साल पहले ही दुनिया छोड़ चुका था. संचालक इन्द्रजीत कुमार से जब सवाल किया गया तो वह संतोषजनक उत्तर नहीं दे सके.
गन हाउस का लाइसेंस रद्द करने की तैयारी, पहले भी दर्ज है मामला
एसपी ने बताया कि विशाल गन हाउस के खिलाफ पहले भी वर्ष 2021 में इसी तरह के कारतूस तस्करी के आरोप में केस दर्ज हो चुका है. वर्तमान जांच में गन हाउस के रजिस्टर में अन्य दो संदिग्ध एंट्री भी मिली हैं, जिनमें से एक फर्जी झारखंड नंबर भी सामने आया है. अब पंजी में दर्ज सभी लाइसेंसधारियों का सत्यापन किया जाएगा.
जांच टीम और आगे की कार्रवाई
के.हाट थाना की पुलिस टीम ने छापेमारी कर गन हाउस से रजिस्टर, रसीद और दस्तावेज जब्त किए हैं. गन हाउस का लाइसेंस रद्द करने का प्रस्ताव भेजा जा चुका है और मामले की गहन जांच जारी है.
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