विश्व स्तनपान सप्ताह पर जीएमसीएच में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित पूर्णिया. विश्व स्तनपान सप्ताह के मौके पर राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल में लगातार कई तरह के कार्यक्रमों का आयोजन किया गया. इस दौरान आम लोगों में स्तनपान को लेकर जागरूकता अभियान के अलावा पोस्टर प्रदर्शनी एवं सेमीनार का भी आयोजन किया गया. शनिवार को सेमीनार जीएमसीएच के प्राचार्य डॉ. हरिशंकर मिश्र, अधीक्षक डॉ. संजय कुमार एवं आइएपी अध्यक्ष डॉ एचएन राय की अध्यक्षता में आयोजित की गयी. इस सेमीनार में मेडिकल कॉलेज के सभी विभागाध्यक्ष उपस्थित रहे. सेमीनार में पेडियाट्रिक्स विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. प्रेम प्रकाश ने सभी का पुष्पगुच्छ, शाल और मोमेंटो देकर स्वागत किया. इस सेमिनार में उपस्थित अनेक लोगों ने अपने अपने विचार व्यक्त किये. शिशु रोग विभाग के सह प्राध्यापक डॉ. अनिमेष कुमार ने कहा कि मां का दूध पीने वाले बच्चों में उनके ब्रेन का विकास एवं आईक्यू उन बच्चों की तुलना में ज्यादा होता है जो डब्बे वाला दूध पीते हैं. साथ ही उनमें रोग प्रतिरोधक क्षमता भी ज्यादा होती है. स्त्री रोग विभाग की डॉ. निहारिका ने बताया कि स्तनपान सुनिश्चित करने के लिए कामकाजी माताओं के लिए कार्य स्थल पर शिशु देखभाल कमरे की व्यवस्था होनी चाहिए. सेमिनार में शहर के जाने माने शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. अमरेन्द्र झा, डॉ. अमरनाथ चमड़िया, डॉ. अब्दुल बारी, डॉ. तनुजा आनंद, डॉ. रजनीश कुमार, डॉ. एएन सिंह, डॉ. एके आर्या, डॉ. दीपक कुमार, डॉ. राजीव गुप्ता, डॉ. फारुख आजम, डॉ. अंजनी कुमार, डॉ. सुभाष कुमार सिंह, डॉ. शशिभूषण, डॉ. राजू, डॉ. राजेश कुमार, डॉ. साकीब अहमद, डॉ. वरुणेश्वर कुमार एवं स्त्री रोग विभागाध्यक्ष डॉ. ऋचा झा उपस्थित थीं. संचालन डॉ. ऐश्वर्या राय ने किया. बताते चलें कि इससे पूर्व पहली अगस्त को ओपीडी में आये मरीजों और उनके परिजनों को नुक्कड़ नाटक के जरिये नवजात के लिए माता के दूध को सर्वोत्तम आहार और स्वास्थ्य वर्धक एवं स्वास्थ्य रक्षक बताया गया. इसके साथ साथ नवजात के पोषण के लिए माता के खान पान और पौष्टिक आहार की भी जानकारी लोगों को दी गयी. पोस्टर प्रतियोगिता का हुआ आयोजन पूर्णिया. विश्व स्तनपान सप्ताह के अवसर पर जीएमसीएच के सामुदायिक चिकित्सा विभाग द्वारा द्वितीय वर्ष के एमबीबीएस विद्यार्थियों के लिए सपोर्ट ब्रेस्ट फीडिंग – एडूकेट एंड इम्पावर थीम पर पोस्टर प्रतियोगिता का आयोजन किया गया. इसमें विद्यार्थियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया और स्तनपान के महत्व को रचनात्मक व वैज्ञानिक ढंग से प्रस्तुत किया. इस आयोजन का उद्देश्य जनसमुदाय में स्तनपान को लेकर जागरूकता बढ़ाना तथा भावी चिकित्सकों में स्वास्थ्य संचार की क्षमता विकसित करना रहा. इस मौके पर विभागाध्यक्ष डॉ. अभय कुमार, डॉ. तनिशा चौधरी ने स्तनपान को एक प्राकृतिक अधिकार बताते हुए इसे हर मां और बच्चे तक पहुंचाना सबकी जिम्मेदारी बताया. विभागाध्यक्ष डॉ. अभय कुमार ने बताया कि प्रतियोगिता में चुने गए सर्वश्रेष्ठ पोस्टर कॉलेज परिसर में प्रदर्शित किए जाएंगे तथा छात्रों को प्रमाण पत्र व पुरस्कार दिए जाएंगे.
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