– बीकोठी सीएचसी पहुंचकर सिविल सर्जन ने की पूरे मामले की जांच प्रभात फालोअप प्रतिनिधि, पूर्णिया. बीते 23 जुलाई को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बड़हराकोठी में अवैध फीस वसूली के चक्कर में इलाज में देर करने और गंभीर हालत होने पर रेफर करने से एक नवजात बच्चे की मौत हो गयी थी. शुक्रवार को इस मामले की जांच को सिविल सर्जन डॉ प्रमोद कुमार कनौजिया बीकोठी सीएचसी पहुंचे. मामले की गहन जांच के बाद सीएस ने बताया कि आरोपित डॉक्टर से सीएचसी का प्रभार लिया जायेगा. एक-दो दिन में ही सीएचसी में नये प्रभारी की पदस्थापना कर दी जायेगी. गौरतलब है कि इस मामले में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बड़हराकोठी के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. अजय कुमार पर पुलिस ने बीएनएस की धारा 106(1) के तहत थाना कांड संख्या 169/25 दर्ज किया है. प्राथमिकी के अनुसार, नवजात बच्चे के पिता व बीकोठी के ठाढ़ी पंचायत के हरिराही वार्ड 4 के रंजीत मंडल की पत्नी लूसी देवी ने बीते 22 जुलाई को एक बच्चे को जन्म दिया. जच्चा-बच्चा स्वस्थ रहने पर दोनों को डिस्चार्ज कर दिया गया. घर लौटने पर बच्चे की तबीयत बिगड़ने पर 23 जुलाई को बच्चे का लेकर सुबह 10 बजे अस्पताल आये. यहां डॉ. अजय ने 300 रुपये लेकर बच्चे को देखा. बुखार में सुधार नहीं होने पर अस्पताल के दूसरे डॉक्टर से दिखवाकर सरकारी पुर्जा पर रेफर करवा दिया. अपने निजी पुर्जा पर भी रेफर किया. इस बीच, अवैध फीस वसूली को लेकर वीडियो वायरल हो गया. रेफर करने की प्रक्रिया पूरी होने में सुबह 10 बजे से बैठे-बैठे शाम के 4 बज गये. तबतक में बच्चे की सांस उल्टी चलने लगी. बाद में जीएमसीएच लाने पर इलाज के क्रम में बच्चे की मौत हो गयी. अपने आवेदन में पीड़ित रंजीत मंडल ने सरकारी अस्पताल में अवैध फीस लेने और इलाज में लापरवाही बरतने पर डॉ. अजय कुमार पर कानूनी कार्रवाई करने का अनुरोध किया.
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